टीवी और फ़िल्मों का बेहद मशहूर नाम है, ‘डेज़ी ईरानी’. ‘बूट पॉलिश’, ‘जागते रहो’, ‘नया दौर’ जैसी फ़िल्मों में काम कर चुकी हैं डेज़ी.
कल इंटरनेट की ख़ाक छानते हुए Mumbai Mirror की एक ख़बर पर नज़र पड़ी. डेज़ी ने एक इंटरव्यू में Mumbai Mirror को बताया कि मात्र 6 साल की उम्र में उनका रेप किया गया था. उनका गुनहगार था उनका ‘Guardian’, जिस पर उनकी मां को बहुत भरोसा था.
इसके अलावा डेज़ी ने ये भी बताया कि उनकी मां उन्हें स्टार बनाने पर अड़ी हुई थीं. इस बयान का मतलब तो यही हुआ कि उनसे उनकी इच्छा कभी पूछी नहीं गई.
उस घटना को याद करते हुए डेज़ी ने Mumbai Mirror को बताया कि वो ‘Guardian’ उनके साथ, ‘हम पंछी एक दिल के’ फ़िल्म की शूटिंग के लिए मद्रास गया था. एक रात होटल में उसने उनके साथ दुष्कर्म किया, बेल्ट से मारा और घटना का ज़िक्र किसी से करने पर जान से मारने की धमकी भी दी. डेज़ी ने ये भी कहा कि घटना के 60 साल बाद उस घटना की कुछ बातें ही याद हैं, लेकिन वो दर्द और उस व्यक्ति का उन्हें बेल्ट से मारना अच्छे से याद है.
डेज़ी ने आगे बताया कि वो अगले दिन फ़िल्म के सेट पर ऐसे गईं मानो कुछ हुआ ही न हो. इस घटना के कई साल बाद डेज़ी की मां को घटना के बारे में पता चला, पर तब किया ही क्या जा सकता था?
डेज़ी ने उस ‘Guardian’ के बारे में Mumbai Mirror को बताते हुए कहा,
वो व्यक्ति मर चुका है. उसका नाम Nazar था. वो मशहूर गायिका Zohrabai Ambalewaali का रिश्तेदार था. फ़िल्म इंडस्ट्री में उसके बहुत सारे कॉन्टेक्ट्स थे. और मेरी मां मुझे स्टार बनाने पर आमादा थी.
डेज़ी ईरानी ने अपने बचपन (जिसे वो किसी Dark Comedy के समान ही मानती हैं) के बारे में बताना इसलिये ज़रूरी समझा ताकी वो बाल कलाकारों के माता-पिता को ये बता सकें कि उनके बच्चे कितने सारे ख़तरों के इर्द-गिर्द रहते हुए काम करते हैं. ज़्यादातार मामलों में बाल कलाकारों का ‘उस तरह’ से फ़ायदा उठाया जाता है. कुछ बच्चों के लिए सब कुछ आसान होता है, लेकिन ज़्यादातर बच्चों को बुरे अनुभव भी होते हैं.
डेज़ी ईरानी ने इंटरव्यू में ये भी बताया,
जब मैं 15 साल की थी तब मेरी मां ने मुझे साड़ी पहनाई, नकली Sponge लगाये और प्रोड्यूसर मल्लकिचंद कोचर के साथ अकेला छोड़ दिया, उस वक़्त वो फ़िल्म ‘मेरे हुज़ूर’ बनाने की प्लानिंग कर रहे थे. वो सोफ़े पर मेरे बगल में बैठ गए और मुझे छूने लगे… मैं जानती थी कि उनके दिमाग़ में क्या चल रहा था. मैंने वो Sponge निकाले और उनके हाथों में दे दिया. वो बहुत गुस्सा गये.
कुछ दिन पहले गायक पापोन की ख़बर ने भी हर तरफ़ हड़कंप मचा दिया था. फ़ेसबुक लाइव पर पापोन ने सिंगिंग रिएलिटी शो की एक प्रतिभागी को होठों पर Kiss किया था. बाद मैं उन्होंने ये भी कहा था कि वो गुरू कि तरह ही स्नेह दिखा रहे थे. बच्ची ने तो ये बयान दे दिया कि पापोन उसके पिता समान हैं. पर हमारे देश में पिता स्नेह करते हुए भी होठों पर Kiss नहीं करते. वो बच्ची शायद ही कभी वो अनुभव भूल पाये.
पिछले साल डायरेक्टर अमोल गुप्ते ने भी रिएलिटी शोज़ की सच्चाई बयां की थी और कहा था कि किस तरह बच्चों से घंटों शूट करवाया जाता है और उन्हें कितना कम आराम दिया जाता है. अमोल गुप्ते ने ये भी कहा था कि रिएलिटी शोज़ प्रतिभागियों की ज़िन्दगी में सफ़लता कम और हादसों का कारण ज़्यादा बनते हैं.
बॉलीवुड में कई अदाकाराओं ने बहुत कम उम्र में ही कामकाज शुरू किया. मधुबाला, मीना कुमारी, रेखा इन सभी अदाकाराओं ने बहुत ही छोटी उम्र में हीरोईनों की भूमिका निभानी शुरू कर दी. इससे हीरोईन की प्रतिभा और अदाकारी की तारीफ़ों के पुल तो हम बांध देते हैं, पर इस बात को अकसर नज़रअंदाज़ कर देते हैं कि वो कितने तरह के ख़तरों से घिरी रहती हैं.
हमने अब जाकर बाल यौन शोषण पर खुलकर बात करना शुरू किया है, वरना पहले तो माता-पिता बात को दबा देने में ही भलाई समझते थे. आज भी बहुत से माता-पिता यही करते हैं. डेज़ी की मां को भी उन पर मंडरा रहे ख़तरे का अंदाज़ा होगा पर उन्हें पैसे और नाम की ज़्यादा फ़िक्र थी, न की अपनी बच्ची की.
आज भी बहुत से माता-पिता अपने बच्चों को स्टार बनाने में ऐसे रम जाते हैं मानो वो उनके बच्चे न हों कोई सोने का अंडा देने वाली मुर्गी हों. ये भूल जाते हैं कि एक बुरा अनुभव बच्चे की पूरी ज़िन्दगी बर्बाद कर सकता है.
घटना के इतने साल बाद भी डेज़ी ने अपना अनुभव इसलिये साझा किया ताकि आज के माता-पिता उनके अनुभव से सबक लें और अपने बच्चों को लाइमलाइट में लाने के लिए उनसे उनका बचपन न छीन लें.