मेरी एक गंदी आदत है मुझे जब तक निकल जाने की कगार पर सूसू न आए तब तक मैं नहीं जाती. मगर ये ट्रैवलिंग में बड़ी समस्या बन जाती है. हाल ही में मैं सिक्किम गई थी तो बागडोगरा एयरपोर्ट से हमारी फ़्लाइट थी. हम गंगटोक से बागडोगरा के लिए निकल गए. 1-2 घंटे का सफ़र पूरा हुआ था तभी मुझे सूसू लगनी शुरू हो गई. फिर हम कुछ 2 घंटे बाद एयरपोर्ट पहुंच गए. कुल मिलाकर ये सफ़र कुछ 4 घंटे का था.

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एयरपोर्ट पहुंचकर, मेरे हसबैंड ने मुझसे एयरपोर्ट का टॉयलेट यूज़ करने को कहा. तब भी मैं नहीं गई, मैंने न जाना चुना. फिर मैंने फ़्लाइट में बोर्ड कर ली. ये सब मिलाकर कुछ 5 घंटे हो चुके थे, लेकिन मैं तब भी सूसू नहीं गई. मेरा बागडोगरा से दिल्ली का सफ़र कुछ ढाई घंटे का था. मैं सूसू रोके बैठी रही, लेकिन फ़्लाइट में इतनी ठंड लगी कि फिर मुझसे कंट्रोल नहीं हुआ और मैं फ़्लाइट लैंड होने से कुछ 15 मिनट पहले वॉशरूम चली गई.

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अगर मैं उस दिन वॉशरूम नहीं जाती तो सच में मैं किसी को मुंह दिखाने लायक नहीं बचती. ख़ैर मेरी ये आदत है और ये बुरी आदत है क्योंकि ज़्यादा देर तक यूरीन रोकने से शरीर को भी काफ़ी नुकसान होते हैं:

महिलाओं में ख़ासतौर पर यूरीन रोकने से समस्या होती है. ऐसा करने से किडनी में स्टोन की समस्या हो सकती है. 

यूरिनरी ट्रेक्ट इंफ़ेक्शन होने का ख़तरा बढ़ता है. 
प्राइवेट पार्ट में दर्द और यूरिन के साथ खून आने की समस्या भी हो सकती है. 
ब्लैडर में सूजन होने के साथ-साथ हर समय दर्द होने लगता है.

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अब ये जानने के बाद मैं तो ऐसा नहीं करूंगी और अगर आपलोग ऐसा करते हैं तो अब मत करिएगा. 

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