आपका एक छोटा सा प्रयास किसी की ज़िंदगी बदल सकता है. बस कुछ करने के लिये नीयत साफ़ होनी चाहिये. जैसे केरल के एक 35 वर्षीय दिव्यांग शख़्स ने अपनी पेंशन केरल सीएम फ़ंड में दान कर दी. 6 महीने बाद जैसे ही शख़्स को 6,600 रुपये प्राप्त हुए. उसने कोविड-19 के लिये मुख्यमंत्री राहत कोष में दे दिये.   

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New Indian Express की रिपोर्ट के मुताबिक, जेन्सन कुरियन पिछले ढाई वर्षों से बेड पर हैं. गिरने की वजह से उनके छाती के नीचे का हिस्सा लकवाग्रस्त हो गया. कुरियन का कहना है कि उन्हें पता है कि ये रकम बेहद कम है. पर ये पैसे के बारे में नहीं है. कुरियन का मानना है कि हो सकता है लॉकडाउन में उनसे ज़्यादा इन पैसों की किसी और को ज़रूरत हो. 

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क्या है कुरियन की स्टोरी? 

कुरियन ने 6 वर्षों तक Gulf में काम किया था. पर पिता की तबियत ख़राब होने की वजह से उन्हें घर लौटना पड़ा. लौटने पर उन्होंने Chuliyodi, Kallar Panchayat से घर की ओर जाने वाली सड़की की मरम्मत के लिये लोन लिया. ताकि किसी को ख़तरनाक संकरा पहाड़ी रास्ता पार न करने पड़े. किस्मत देखिये 2017 में क्रिसमस की शाम वो संकरी पगडंडी से फिसल 15 फ़ीट नीचे गिर गये. इसके बाद उनका शरीर इतना घायल हो गया कि कुछ समय में लकवा मार गया. 

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लकवाग्रस्त होने के बाद उन्होंने कई बार जीवन ख़त्म करने की कोशिश की, पर हर बार वो असफ़ल रहे. इसके बाद उन्होंने अपनी ज़िंदगी परिवार और दोस्तों की मदद में समर्पित कर दी. 

सही में ज़िंदगी में पैसे में नहीं, बल्कि इंसानियत मायने रखती है. 

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