दोस्तों, मास्टरबेट करने में कोई बुराई नहीं है. मास्टरबेट शब्द सुनकर भले ही आप शर्मा जाते होंगे, लेकिन अब जो नई बात सामने आई है उसके मुताबिक, मास्टरबेट करना कहीं न कहीं से हमारे लिए फायदेमंद होता है. हालांकि, जैसे हर चीज़ की अति खराब होती है, उसी तरह मास्टरबेट भी है. मगर परफेक्टली और सामान्य तरीके से मास्टरबेट करना स्वास्थ्य के लिए फायदेमंद होता है.
अभी भी बहुत से ऐसे लोग हैं, जिन्हें ये नहीं पता होता कि मास्टरबेट कब और कहां करना ज़्यादा फायदेमंद होता है. एक नये सर्वे से ये साबित होता है कि अधिकतर लोग मास्टरबेट करने के लिए सही स्थान का इस्तेमाल नहीं करते हैं.
हाल ही में हुए सर्वे से ये बात सामने आई है कि मास्टरबेट काम के दौरान करना बेहद असरकारक होता है. यह इंसान को तनावमुक्त रखने में काफ़ी मददगार साबित होता है.
दरअसल, Time Out New York द्वारा किये गये सर्वे के मुताबिक, करीब 40 फीसदी लोग ऑफिस में काम के दौरान मास्टरबेट करते हैं.
सर्वे में करीब 39 फीसदी लोग इस बात से सहमत हैं कि ऑफिस में काम के दौरान मास्टरबेट करने से तनाव कम होता है और यह बोरियत को दूर करता है. इसके अलावा काम में अधिक फ़ोकस को बढ़ावा देता है.
सिर्फ़ पुरुष ही नहीं, बल्कि ये बात महिला वर्कर्स ने भी स्वीकार की है कि वे भी तनाव को कम करने के लिए कार्यस्थल पर मास्टरबेट करती हैं और वे इसे सही मानती हैं.
इस सर्वे में शामिल एक महिला ने कहा, ‘काम के दौरान जब मैं हैंगओवर महसूस करती हूं, तो मास्टरबेट मुझे काफ़ी आराम पहुंचाता है. मास्टरबेट करने से मूड एकदम फ्रेश हो जाता है.’
विशेषज्ञों ने इसे कंपनी के हित में बताया है, क्योंकि मास्टरबेट करने के बाद लोग तरो-ताज़ा होकर अच्छे से काम करते हैं और उसके बाद काम की उत्पादकता भी बढ़ जाती है.
इस सर्वे में ये बात भी सामने आई है कि जो महिलाएं आनंद के लिए समय-समय पर मास्टरबेट करती रहती हैं, उनमें उन महिलाओं के मुकाबले आत्मविश्वास ज़्यादा होता है, जो रेगुलर मास्टरबेट नहीं करतीं.
सर्वे का मानना है कि अपने दैनिक कार्यों को पूरा करने के लिए मास्टरबेट को एक स्वस्थ्य प्रेरक टूल के तौर पर कर्मचारियों को इस्तेमाल करना चाहिए.
Source: distractify