रेत, ऊंट, क़िले, लाख के कड़े और दाल बाटी चूरमा, ये है राजस्थान की पहचान. यहां के खाने में जितनी ख़ूशबू और स्वाद है न यहां की इमारतों में उतनी ही कहानियां छुपी हैं. जिस जगह जाओगे कोई न कोई कहानी मिल जाएगी.

swantour

साल 2017 की बात है, मैं अपनी एक दोस्त की शादी में गई थी, वहां मेरे साथ इतना अजीब क़िस्सा हुआ. दरअसल, मैं और मेरी दोस्त रात में घर पहुंचे थे, तो वो मुझे किसी से मिलवा नहीं पाई थी. दूसरे दिन जब सुबह उठी, तो उसने सबको मुझसे मिलवाया. उसके बाद से ही उसके भाई मुझसे बात करने की कोशिश करने लगे, तो मैं भी उनसे बात करने लगी. अजीब तब लगा, जब वहां की औरतों ने मुझे घूर-घूर कर देखना शुरू किया. उसे भी मैंने ज़्यादा गंभीर रूप से नहीं लिया. मगर मुझे उनकी बोली समझ नहीं आ रही थी, वो लोग ठेठ राजस्थानी बोल रहे थे और मैं यूपी से हूं. 

lifealth

तभी उसके एक भाई ने राजस्थानी में बोला कि सब भाइयों की तो जोड़ी बनी है, इसके साथ मेरी बनवा दो तो मैं भी स्टोज पर फ़ोटो खिंचा लूंगा. मैंने भी हां कर दी. 

giphy

मेरी दोस्त हंसने लगी और मुझे कुछ समझ आता उससे पहले ही मेरी दोस्त ने मुझे बचाने के लिए बोल दिया कि मेरी सगाई हो गई है. शादी का घर था तो मुझे ज़्यादा कुछ पूछने का वक़्त नहीं मिला. 

pinterest

फिर मैं उसके भाई के साथ मार्केट चली गई. वहां पर दुकानदार ने मुझसे मेरा पूरा बायोडेटा ले लिया यहां तक कि मेरे ऑफ़िस और पापा का नम्बर भी मांगने लगा. तब तक उसका भाई आ गया और मुझे वहां से लेकर चला गया और ज़्यादा कुछ नहीं बताया सिर्फ़ इतना ही बताया कि यहां पर ऐसे ही करते हैं. 

gov

मैं तीन-चार दिन उसके घर रही और ये सब मेरे साथ चलता रहा. मेरा नेचर भी थोड़ा खुलकर बात करने का है, तो वहां मुझसे जिसने जो पूछा मैं वो बता रही थी. थोड़ी देर बाद मेरी फ़्रेंड आई जिसकी शादी में मैं गई थी. उसने मुझे बताया,

 ”मेरे गांव में पढ़ी लिखी लड़कियों की कमी है, सही बताऊं तो लड़कियों की ही बहुत कमी है, जिसके चलते यहां पर अनमैरिड लड़की देखी नहीं की सीधे अपने लड़के से शादी कराने के बारे में सोचने लगते हैं. हमारे यहां तो लड़कियों के लिए जेवर तक लड़के वाले लाते हैं और रिश्ता लेकर भी लड़के वाले ही आते हैं. मेरे लिए ये सब बहुत ही आश्चर्य वाली बात थी, क्योंकि मैं यूपी से हूं और मैंने अपने यहां देखा है कि रिश्ता लड़की वाले लेकर जाते हैं लड़के वालों के घर, लड़की वालों का शादी में खर्चा भी ख़ूब होता है. मगर मेरी दोस्त के गांव में ऐसा कुछ नहीं था. वहां पर लड़के वालों से ज़्यादा लड़की वालों का बोलबाला था.”   
akkarbakkar

फिर उसने मुझे वो बात भी बताई कि उसका भाई क्यों बोल रहा था स्टेज पर साथ में फ़ोटो खिंचाने के लिए. ये सब जानने के बाद मैं इतना हंसी और मैंने उससे कहा कि जाने-अनजाने मैं उसका दिल तो रख लिया.  

मैं अपने घर वापस आई और हां मेरी शादी नहीं हुई थी. 

आपके पास भी ऐसी कोई मज़ेदार कहानी हो तो हमसे कमेंट बॉक्स में शेयर ज़रूर करिएगा. 

Life से जुड़े आर्टिकल ScoopwhoopHindi पर पढ़ें.