वैसे तो बौद्ध धर्म को सभी धर्मों में सबसे शांतिप्रिय धर्म माना जाता है. हालांकि इस पर भी सभी के अलग-अलग मत हो सकते हैं. पर आज हम आपको जो दिखाने वाले हैं, उसे देखकर आप इस बात को कभी स्वीकार ही नहीं कर पायेंगे कि बौद्ध धर्म शांतिप्रिय और अहिंसा वाला धर्म है. ये मैं नहीं, बल्कि बौद्ध धर्म के खुद के डरावने-हॉरर निरुपणों से साबित होता है.
अत्यंत डरावने, खूनों से लथपथ खूनी प्रतिमाएं, वेदनाओं की पराकाष्ठा, यातनाएं और अनंत और असीमित दर्द की दास्तां है ये थाईलैंड का पार्क. अगर आप नर्क की कल्पना कर सकते हैं, तो कीजिए. पता नहीं मैं जिस तरह के नर्क की बात करने वाला हूं, उस तरह की कल्पना भी कर रहें है या नहीं. लेकिन सच कहूं, तो मैं आपको ऐसे काल्पनिक नर्क का दर्शन करवाऊंगा कि उसे देखने मात्र से ही आपको नर्क की कल्पना से भी आपकी रूहें सिहर उठेंगी.
The Bohemian Blog के अनुसार, नर्क की कल्पना से भी परे, थाइलैंड के इस पार्क का विज़ुअल निरूपण इतना भयंकर, डरावना, दुखदायी और यातनापूर्ण है कि आपको डर नहीं, बल्कि बहुत डर लगेगा.
थाईलैंड में ‘The Wang Saen Sek नर्क गार्डेन’ या ‘थाईलैंड नर्क हॉरर पार्क’ के नाम से मशहूर है ये गार्डेन. इस गार्डेन का विज़ुअल ग्राफिक रिप्रजेंटेशन बौद्ध शास्त्र में वर्णित नर्क पर आधारित है. कहा जाता है कि इस पार्क में जिस तरह के दृश्य का निरुपण किया गया है, वह वैसा ही नर्क है, जिस तरह का वर्णन बौद्ध धर्म में किया गया है.
वैसे भले ही आपकी इच्छा नर्क में जाने की न हो, लेकिन मैं अभी आपकी भावनाओं को समझ सकता हूं. मैं जानता हूं, अभी आप इसे देखने के लिए मचल रहे हैं. तो चलिए आपको दीदार करवाता हूं, इस अपराध लोक के नर्क से . अगर आप यहां जाते हैं, तो इस गार्डेन के प्रवेश पर चमकते हुए रंगों में आप पढ़ेंगे- नर्क में आपका स्वागत है. अगर आपको लगता है कि ये विज़िटर को मूर्ख बनाने के लिए है और यह सिर्फ़ एक झूठ है, तो जनाब ये आपकी सबसे बड़ी भूल होगी.
इस गार्डेन में कई तरह के विज़ुअल्स के चित्रण किये गये हैं, जिसमें आप देख सकते हैं कि इंसानों को कितनी क्रुरता से सज़ा दी जा रही है इस नर्क में.
मैं जानता हूं, आप भी इंसान हैं. जब आप नर्क की कल्पना मात्र से ही इतने सहम जाते हैं, तो सोचिये अगर ठीक इस पार्क में नर्क का जैसा विज़ुअल चित्रण किया गया है, वैसी ही सज़ा आपको भी दी जाए तो?
जैसा आपने और हमने बचपन में नर्क के बारे में सुना था सब कुछ आपको वैसा ही मिलेगा. यहां सबको उसके पाप के अनुसार सज़ा दी जा रही है. आप इन तस्वीरों में देख सकते हैं कि इंसानों को कुत्ते बेरहमी से काट-काट कर खा रहे हैं, मार रहे हैं. कुछ को खौलते हुए तेल की कढ़ाई में ज़िंदा डाला जा रहा है, कुछ को जानवरों के सरदारों को भक्षण के लिए दिया जा रहा है. चारों तरफ खून-खराबा. सच में काफी भयावह है यह नर्क.
पापों और उनके सज़ा के वर्णन के अलावा यह भी बताया गया है कि इंसानी आत्मा को इस अपराध लोक में अपने पापों की क्या कीमत चुकानी पड़ती है. इस पार्क में मौजूद सभी दृश्यों के आस-पास कुछ दान-पात्र की पेटियां रखी गई हैं, जिसमें प्रायश्चित करने के लिए दर्शकों को चैरिटि के लिए प्रोत्साहित किया जाता है.
यह बौद्ध धर्म का नर्क सिर्फ़ नर्क में मिलने वाले दंड का ही प्रतिनिधित्व नहीं करता, बल्कि यह बुरे कर्म अथवा कुकर्म करने वाले इंसान को नर्क में मिलने वाली दर्दनाक सज़ा से अवगत कराता है. साथ ही इस गार्डेन में मौजूद सभी चित्रण का मुख्य उद्देश्य है कि आप जिस तरह के कर्म करेंगे, आपको उसी तरह की सज़ा मिलेगी.
खैर, ये पार्क बौद्ध धर्म से ताल्लुककात रखता हो या नहीं, पर इतना तो ज़रूर है कि यह पर्यटकों के लिए एक बेहतरीन स्थान है. साथ ही यह पर्यटकों के लिए सांस्कृतिक समृद्धि के खजाने को दिखाने का दावा भी करता है. अगर आप इस पार्क से कुछ सीखना चाहते हैं, तो अच्छे कर्म करना सीखिये, ताकि हकीक़त में भी आपको ऐसे नर्क का सामना ना करना पड़े.