How Amazon Got Its Name: लोग अपने बच्चे का नाम रखने के लिए काफ़ी रिसर्च करते हैं. वो ऐसा नाम रखना चाहते है जिसका कोई अर्थ हो और उसे आसानी से बोला भी जा सके. अब जब बच्चे का नाम रखने के लिए लोग इतनी मेहनत करते हैं तो अपनी कंपनी का नाम रखने के लिए भी तो गहन विचार करते ही होंगे.
उसका नाम भी वो आसान और कुछ सार्थक होने वाला रखते हैं. ऐसी ही एक कंपनी Amazon के नामकरण की कहानी आज हम आपके लिए लाए हैं. इस ऑनलाइन शॉपिंग वेबसाइट का नाम रखने की कहानी बड़ी दिलचस्प है. चलिए आपको बताते हैं इसके बारे में…
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सपने के लिए छोड़ी अपनी जॉब
Amazon पर आपको रोज़ाना इस्तेमाल होने वाली लगभग सभी चीज़ें मिल जाएंगी. इसके संस्थापक Jeff Bezos ने इसकी शुरूआत इसी उद्देश्य से की थी. Jeff Bezos दुनिया के टॉप 10 अमीर व्यक्तियों में से एक हैं. इस कपंनी की शुरूआत करना उनका सपना था, जिसके लिए उन्होंने वॉल स्ट्रीट में अपनी हाई-प्रोफ़ाइल जॉब भी छोड़ दी थी.
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Cadabra था पहले Amazon का नाम
इसका नाम उन्होंने कैसे रखा इस बात का ज़िक्र The Everything Store: Jeff Bezos and the Age of Amazon में लेखक Brad Stone ने किया है. उनके अनुसार, Jeff Bezos ने एवरीथिंग स्टोर की स्थापना के लिए काफ़ी मेहनत की. शुरू में उन्होंने अपनी कंपनी का नाम Cadabra Inc. रखा था. ये नाम Jeff ने मशहूर मैजिक स्पेल आबरा का डाबरा से लिया था(Abracadabra).
वक़ील ने दी नाम बदलने की सलाह
अमेज़न की स्थापना 5 जुलाई 1994 में Jeff Bezos ने की थी. इसका रजिस्ट्रेशन भी उसी दिन वॉशिंगटन डीसी में हुआ था. एक दिन फ़ोन पर वो अपने वक़ील Todd Tarbert से इस कंपनी का कोई लीगल मैटर डिस्कस कर रहे थे, तब उनके वक़ील ने Jeff को अपनी कंपनी का नाम बदलने की सलाह दी. उन्होंने कहा ये नाम थोड़ा अजीब है लोग इसे कुछ का कुछ कह जाते हैं. कुछ लोग इसे Cadaver कह जाते थे.
इन नाम पर हुआ था विचार
इस पर Jeff ने अपनी पार्टनर और एक्स-वाइफ़ MacKenzie काफ़ी गहन विचार किया. उन्होंने कई नाम शॉर्टलिस्ट किए जैसे Awake.com, Browse.com, Bookmall.com और Aard.com. मगर कोई नाम जमा नहीं. कुछ समय के लिए वो Relentless.com नाम रखने के बारे में भी सोच रहे थे. अब बात नहीं बनी तो Jeff ने अक्टूबर 1994 में डिक्शनरी उठाई और उसका A सेक्शन पूरा पढ़ डाला. इसके बाद उन्हें अपनी कंपनी का नाम मिला.
दुनिया की दूसरी सबसे बड़ी नदी पर रखा नाम
Jeff ने अपनी कंपनी का नाम दुनिया का दूसरी सबसे बड़ी नदी Amazon के नाम पर रखने का फैसला किया. उन्होंने अपने सबसे बड़े बुक स्टोर का नाम Amazon रखने की ठानी. ग़ौरतलब है कि पहले इस वेबसाइट पर बुक्स ही मिलती थी, धीरे-धीरे इस पर लगभग हर ज़रूरी सामान मिलने लगा. अगले दिन वो अपने गैराज में गए जहां इस कंपनी की शुरुआत हुई और अपने दोस्तों को इस नाम के बारे में बताया.
इस कंपनी का नया URL 1 नवंबर 1994 को रजिस्टर हुआ था. तब से लेकर इस कंपनी ने बहुत लंबा रास्ता तय कर लिया है. अब इसकी गिनती दुनिया की सबसे बड़ी ई-कॉमर्स कंपनियों में होती है. इसने क्लाउड कंप्यूटिंग, डिजिटल स्ट्रीमिंग और आर्टिफ़िशियल इंटेलिजेंस के क्षेत्र में भी ख़ूब तरक्की की है.
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