Interesting Facts About Book: मिट्टी की, पेट्रोल की और किताबों की ख़ुशबू ज्यादातर लोगों को पसंद होती है. भले ही किताबें पढ़ने का शौक़ सबको न हो, लेकिन नई-पुरानी किताबों से आने वाली ख़ुशबू ज़्यादातर लोगों को पसंद होती है. इन किताबों में ख़ुशबू ही इतनी अच्छी आती है कि सूंघे बिना मन ही नहीं मानता है. वैसे आप में से बहुत लोगों को लग रहा होगा कि ये तो हमारी बात कर रही हैं, तो हां यही समझ लीजिए क्योंकि बहुत सारे लोग हैं जो ऐसा करते हैं. मगर क्या किताबों को सूंघते समय कभी सोचा है कि ये ख़ुशबू कैसे आती है और अच्छी क्यों लगती है?

assetsadobe

ये भी पढ़ें: कभी सोचा है बारिश की बूंदे गोल क्यों होती हैं, जानना चाहते हो इसका कारण?

Interesting Facts About Book

अगर नहीं सोचा तो कोई बात नहीं है क्योंकि हम आपके बिना सोचे ही इस बात का जवाब ले आए हैं, जिसमें हम आपको इस ख़ुशबू से जुड़े रोचक तथ्य (Interesting Facts About Book) बताएंगे.

wp

दरअसल, किताबें नई हो या पुरानी ख़ुशबू दोनों से ही आती है. इसलिए किसी को नई तो किसी को पुरानी किताबों की ख़ुशबू पसंद होती है तो कुछ लोग ऐसे होते हैं, जिन्हें दोनों की पसंद होती है. पुरानी किताबों से ख़ुशबू इसलिए आती है क्योंकि काग़ज़ को जिस कंपाउंड से बनाया जाता है वो पुराना होने पर टूटूने लगता है जिससे ख़ुशबू आती है. तो वहीं नई किताबों से ख़ुशबू इसलिए आती है क्योंकि उनके मैन्यूफ़ैक्चरिंग में कई केमिकल का इस्तेमाल किया जाता है.

traveler

अब जानते हैं कि ये केमिकल और कंपाउंड कौन-कौन से होते हैं, जो इतनी अच्छी ख़ुशबू देते हैं.

पेपर में सेलुलोस (Cellulose) और लिगनिन (Lignin) होता है, जो एरोमैटिक एल्कोहल (Aromatic Alcohol) के कॉम्प्लेक्स पॉलिमर का काम करता है. जिन पेपर की क्वालिटी ज़्यादा पतली होती है उनमें कम लिगनिन होता है, जबकि सस्ते और मोटे काग़ज़ में ज़्यादा लिगनिन होता है जैसे, न्यूज़पेपर. न्यूज़पेपर में ज़्यादा लिगनिन होने की वजह से ही अख़बारों का रंग पीला पड़ने लगता है क्योंकि रखे-रखे लिगनिन ऑक्सीडाइज़ हो जाता है जो एसिड में बदल जाता है और यही एसिड सेलुलोस को ब्रेक कर देता है.

currentcatalog

ये भी पढ़ें: जो कहते हैं कि बाएं हाथ से काम करना अच्छा नहीं होता, उनको पढ़ने चाहिए Left Handers के ये 20 Facts

Science ABC वेबसाइट की रिपोर्ट के अनुसार, पुराने काग़ज़ में Benzaldehyde, Vanillin, Ethyl Hexanaol, Toluene और Ethyl Benzene जैसे केमिकल होते हैं, जिसकी वजह से पुराने काग़ज़ में ख़ुशबू आती है. बुक ज़ितनी पुरानी होती जाती है, उनमें केमिकल रिएक्शन ज़्यादा तेज़ी से होने लगता है और फिर ये कंपाउंड बनते हैं. इन्हें एसिड हाइड्रोलिसिस (Acid Hydrolysis) भी कहते हैं.

jstor

वहीं, नई बुक में सोडियम हाइड्रॉक्साइड (Sodium Hydroxide) होता है, जिसकी वजह से नई बुक्स में ख़ुशबू आती है इसके अलावा, भी कई केमिकल होते हैं, जिनसे पेपर बनता है. एक अहम बात ये है कि चॉकलेट और कॉफ़ी को बनाने में भी ऐसे ही वॉलेटाइल ऑर्गैनिक कंपाउंड इस्तेमाल किए जाते हैं.