Significance Of Wearing A Toe Ring (Bichiya): भारत एक बहु संस्कृति वाला देश है. जहां अलग-अलग राज्य में अलग-अलग परंपराएं हैं. वहीं अगर परंपराओं की बात करें, तो हिन्दू धर्म में ऐसी कई चीज़ें हैं जो देखने को मिलती हैं. जहां खानपान से लेकर परिधान तक के पीछे कोई ख़ास कारण है. हिन्दू विवाह के बारे में बात करें, तो ऐसी बहुत सी चीज़ें हैं. जिनके पीछे बहुत ही महत्वपूर्ण कारण होता है. जैसे 7 फ़ेरे, सिंदूर, बिंदी लगाना, चूड़ी पहनना, यहां तक की पैरों की उंगलियों में बिछिया पहनने के पीछे भी एक बहुत ही दिलचस्प कारण है. चलिए इस आर्टिकल के माध्यम से आज हम बताएंगे की हिन्दू संस्कृति में महिलाओं का बिछिया पहनने का क्या कारण हैं?

ये भी पढ़ें- क्यों दुल्हन की विदाई के वक़्त निभाई जाती है चावल फेंकने की रस्म, क्या होता है इसका मतलब?

चलिए जानते हैं क्या है कारण हैं महिलाओं के बिछिया पहनने के पीछे कारण (Significance Of Wearing A Toe Ring (Bichiya)

बिछिया पहनने के पीछे का कारण

आपने अक्सर अपने घरों में अपनी मां और पत्नी को पैरों में बिछिया पहनते हुए देखा होगा. लेकिन क्या आपने कभी उसके पीछे का कारण जानने की कोशिश की? कहते हैं, बिछिया भारतीय महिलाओं के सुहागन होने का प्रतीक माना जाता है. बिंदी और सिन्दूर ही नहीं बल्कि, बिछिया पहनने से भी महिलाओं के शरीर में फ़ायदे होते हैं.

जी हां, ये सही इंसानी शरीर की नसें हमारे शरीर के अंगों से जुड़े रहते हैं. तो कहा जाता है, पैर की दूसरी उंगली का कनेक्शन दिल और महिलाओं के गर्भाशय से जुड़ा होता है. तो जब महिला बिछिया पहनती है, तो वो अपने गर्भाशय के रक्त परिसंचरण को ठीक रखता है. जिसकी वज़ह से महिलाओं की सेहत भी सही रहती है. साथ ही बिछिया पहनने से मासिक धर्म भी सही रहता है. ऐसी मान्यता है.

प्राचीन भारतीयों के हिसाब से स्वस्थ रहने के लिए प्राण यानी जीवन शक्ति का संतुलित रहना बहुत ही ज़रूरी है और प्राण का मूल रास्ता पैरों से होकर जाता है. इसलिए पैर की अंगुली में बिछिया महिला का जीवन शक्ति का संतुलन बनाए रखने में मदद करता है और वो स्वस्थ रहती हैं.

बिछिया हमेशा चांदी की होती है

बिछिया हमेशा चांदी की ही पहनी जाती है. इसके पीछे भी एक कारण है. कहा जाता है, हिन्दू पौराणिक कथा के हिसाब से ‘सोना’ मां लक्ष्मी यानी संपत्ति की देवी को माना जाता है और कभी भी कमर के नीचे सोना पहनना मां लक्ष्मी का अनादर करना होता है. इसलिए बिछिया हमेशा चांदी में पहना जाता है.