दुनिया में एक ऐसा प्राणी जिसने इंसान की नाक और कान में दम कर रखा है, वो है मच्छर. जब देखो, कान के इर्द-गिर्द भिनभिनाते रहते हैं. बहुत इग्नोर करो, तो कभी नाक तो कभी मुंह में घुसने को आमादा हो जाते हैं. आप भी इनका ज़ुल्म दिन-रात सहते ही होंगे. 

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मगर इस पर भी इन्हें चैन नहीं मिलता, जब तक ये आपको काट न लें. उसके बाद बस हम ताली बजाते और खुजलाते रहते हैं. आपने भी गौर किया होगा कि मच्छर शरीर के जिस हिस्से पर काटता है, वहां तेज़ खुजली होना शुरू हो जाती है. ऐसा कुछ घंटों तक होता है और वहां पर एक लाल निशान और सूजन आ जाती है. मगर कभी आपने सोचा है कि आख़िर मच्छर के काटने पर खुजली क्यों होती है? 

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पहले तो ये जान लें कि मच्छर हमें काटते क्यों हैं?

सही बात तो ये है कि मच्छर हमें काटते नहीं बल्कि हमारा ख़ून चूसते हैं. वो भी सभी मच्छर नहीं, सिर्फ़ मादा मच्छर. नर तो बेचारे फूलों के रस अपनी भूख मिटाते हैं. ये बस आपके कान के इर्द-गिर्द भिनभिनाने का ही काम करते हैं. वहीं, मादा मच्छर हमारा खून चूसकर संक्रमित तक कर देती है. ऐसा वो अपने अंडों को विकसित और पोषित करने के लिए करती हैं. क्योंकि उन्हें अपने अंडों के लिए जो प्रोटीन और ज़रूरी विटामिन चाहिए होते हैं, वो उन्हें इंसान के खून में मिलते हैं. इसके लिए उनके पास एक सूंड जैसी ट्यूब होती है जिसे वो हमारी स्किन पर गड़ा कर खून चूसते हैं.  

मच्छर के काटने पर खुजली क्यों होती है?

अब सवाल ये है कि मच्छर के काटने पर खुजली क्यों होती है? बता दें कि मच्छर जब हमारा खून चूसते हैं, तो वो अपनी लार को भी हमारे खून में छोड़ देते हैं. उनकी लार में जो प्रोटीन और एंटीकोएगुलेंट होते हैं, उनसे शरीर में एलर्जी पैदा हो  जाती है. बस उसी दौरान हमारा इम्‍यून सिस्‍टम एक्टिवेट हो जाता है, ताकि एलर्जी के असर को कम सके. इसके लिए हमारा इम्यून सिस्टम एक रसायन छोड़ता है, जिसे हिस्‍टामाइन कहते हैं. इस रसायन की वजह से ही हमें खुजली होने लगती है. वहीं, बार-बार खुजलाने के वजह से उस जगह पर सूजन भी आ जाती है.

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हालांकि, एक रिसर्च ये भी कहती है कि खुजली के लिए ज़िम्मेदार रसायन मच्छर की लार में ही मौजूद रहता है. लेकिन ज़्यादातर वैज्ञानिकों का यही मानना है कि हमारी बॉडी के कुछ रिस्पांस के चलते ही खुजली होती है. वैसे हो सकता है कि किसी इंसान को पहली बार मच्छर काटे तो उसी खुजली न हो. शोधकर्ताओं के मुताबिक, ऐसा इसलिए होता है, क्योंकि पहली बार में हमारा इम्‍यून सिस्टम रेस्‍पॉन्‍स ही डेवलप नहीं करता. जिसके चलते हमें खुजली भी नहीं होती.

खुजलाना है बुरा आइडिया

जी हां, अगर मच्छर काटे तो उस जगह पर खुजलाना नहीं चाहिए, क्योंकि ये समस्या को बढ़ा सकता है. मच्छर के काटने वाली जगह पर खरोंचने से खुजली बढ़ सकती है. ज़्यादा खुजलाने से संक्रमण का ख़तरा भी बढ़ेगा और त्वचा भी डैमज हो जाएगी. इसलिए हमेशा इससे बचना चाहिए. 

खुजली से राहत पाने का सही तरीका ये है कि मच्छर के काटने पर गर्म चीज़ से सिकाई कर लें. इससे सूजन और खुजली को कम करने में मदद मिल सकती है. आप शहद का भी इस्तेमाल कर सकते हैं. शहद में एंटीबायोटिक और एंटीसेप्टिक खूबी होती है और घावों को ठीक करने में मदद कर सकता है. 2011 के एक स्टडी में पाया गया कि प्राकृतिक शहद सूजन को कम कर सकता है और संक्रमण को रोक सकता है.

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उम्मीद है कि अब आप समझ गए होंगे कि आख़िर मच्छर के काटने पर खुजली क्यों होती है.