Facts About Chillies: हाय..हाय मिर्ची, उफ़्फ़…उफ़्फ़ मिर्ची, गाना नहीं गा रही मिर्ची को खाने के बाद ज़्यादातर लोगों का यही हाल होता है. मगर कुछ ऐसे लोग भी होते हैं, जिनका खाना मिर्ची के बिना पूरा ही नहीं होता है. किचन में कई मसाले रखे होते हैं, जो हमारी सब्ज़ी और दाल सहित अन्य डिशेज़ के टेस्ट को बढ़ाने में मदद करते हैं. इन्हीं में से एक है, मिर्ची.
मिर्ची दो तरह की होती है लाल और हरी. साथ ही मार्केट में दो तरह से मिलती है साबुत और पीसी, लेकिन पीसी मिर्ची से ज़्यादा साबूत मिर्ची खाने के स्वाद को बढ़ाती है. भारत में कई तरह के स्वादिष्ट व्यंजन मिलते हैं, इनमें से ज़्यादातर नमकीन व्यंजन में मिर्ची का इस्तेमाल तीखेपन को बढ़ाने के लिए किया जाता है.
![Facts About Chillies](https://wp.hindi.scoopwhoop.com/wp-content/uploads/2022/11/f76ee130-4330-41bc-b421-b4dd40553a9a-1-spice-is-nice-intro.jpg)
एक बात बताइए तीखा खाना खाते समय जब आंख और नाक से पानी आता है तब कभी दिमाग़ में ये आया है कि ये मिर्ची इतनी तीखी क्यों होती है? ऐसा क्या है जो इस मिर्ची को इतना तीखा बनाता है? यहां तक मिर्ची काटने के बाद उसका तीखापन हाथों से बी जल्दी नहीं जाता है तो अगर ये सब के बारे में कभी नहीं सोचा तो कोई नहीं, हम आपको बताते हैं आप खाने में लगे रहो.
![Facts About Chillies](https://wp.hindi.scoopwhoop.com/wp-content/uploads/2022/11/hot-pepper-1.webp?w=1024)
Facts About Chillies
ये भी पढ़ें: ये है दुनिया का अति महंगा मसाला, जानना चाहते हो इसके 1 किलो की क़ीमत क्या है?
दरअसल, इंसान 6000 सालों से मिर्ची की खेती कर रहा है, लेकिन इसके बावजूद इसके तीखेपन का साइंस सभी को पता नहीं है. BBC की रिपोर्ट के अनुसार,
मिर्च के बीज वाले हिस्से में कैप्साइसिन (Capsaicin) नामक कंपाउंड होता है, जिससे वो तीखी होती है. यही वो कंपाउंड होता है जो इसकी तासीर को गर्म बनाता है. इसलिए, जब हम मिर्च खाते हैं तो Capsaicin जीभ और त्वचा की नसों पर प्रभाव डालता है और ब्लड में Substance P नाम का केमिकल रिलीज़ करता है, ये एक प्रकार का मेंटल फ़ंक्शन होता है, जो हमारे दिमाग़ में जलन और गर्मी का सिग्नल देता है जिसके कारण हमें तीखापन महसूस होता है.
![Facts About Chillies](https://wp.hindi.scoopwhoop.com/wp-content/uploads/2022/11/61534b4dd9dd449fb6b87bd4e2eca7d2-1.jpg?w=1024)
एक स्टडी के अनुसार,
University of Vermont के शोधकर्ताओं द्वारा की गई एक स्टडी में 16,000 से ज़्यादा अमेरिका के लोगों का डेटा देखा,जो औसतन 18.9 सालों का था. इस दौरान, उनमें से लगभग 5,000 की मौत हो गई थी. उनमें ये पाया गाय कि, जो लोग बहुत अधिक लाल गर्म मिर्च खाते थे, उन लोगों की तुलना में उस अवधि के दौरान मरने वाले लोगों की संभावना 13% कम थी, जो नहीं खाते थे. ये चीन में भी किए गए एक और हालिया अध्ययन की खोज का सपोर्ट करता है जो इसी के आधार पर किया गया था.
![Facts About Chillies](https://wp.hindi.scoopwhoop.com/wp-content/uploads/2022/11/CHIILLI_61c81f1cca144.jpg?w=1024)
मिर्चियों में सबसे तीखी मिर्ची शिमला मिर्च की तरह दिखने वाली Carolina Reaper होती है, जो दक्षिण कैरोलिना के रॉक हिल में पहली बार उगाई गई थी. इसका नाम गिनीज़ वर्ल्ड रिकॉर्ड में भी दर्ज है. किसी भी चीज़ के तीखेपन को SHU (Scoville Heat Unit) से मापा जाता है. इसका SHU जितना ज़्यादा होता है उसका तीखापन उतना ही अधिक होता है. रोज़मर्रा में खाई जाने वाली मिरिच का SHU 5000 के आसपास होता है. मगर 2012 में, साउथ कैरोलिनी की University of Winthrop कैरोलीना रीपर पर जांच की थी, तब इसका SHU 15,69,300 इतना पाया गया था.
![Facts About Chillies](https://wp.hindi.scoopwhoop.com/wp-content/uploads/2022/11/Carolina-reaper.jpg?w=1024)
आपको बता दें, कि मिर्च की जलन पानी से क्यों शांत नहीं होती? दरअसल, मिर्च की जलन के बाद जब हम ख़ूब सारा पानी पीते हैं तो वो पानी पीने तक तो जलन कम हो जाती है, लेकिन बाद में फिर से जलन होने लगती है. ऐसा इसलिए क्योंकि कैप्साइसिन नामक कंपाउंड पानी में घुलनशील नहीं होता है. मिर्ची की जलन को शांत करने के लिए पानी की जगह दूध, दही, शहद या शक्कर का इस्तेमाल करें.