Why the Leaning Tower of Pisa Doesn’t Fall: दुनिया की कुछ बेहतरीन इंजीनियरिंग के कारनामों में से एक नाम इटली (Italy) के ‘The Leaning Tower of Pisa’ का भी है. हिंदी में बोले तो ‘पीसा की झुकी मीनार’. साल 1372 में बन कर तैयार हुआ ये टावर सीधा नहीं, बल्कि टेढ़ा खड़ा है और यही कारण है कि लोग दूर-दूर से इसे देखने आते हैं. ये टावर Pisa Cathedral चर्च के बगल में है.

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क्यों झुकी है पीसा की मीनार?

पीसा की मीनार को देख कर ये सवाल लोगों के मन में आता है कि क्या इसे टेढ़ा ही बनाया गया था? बता दें, ऐसा बिल्कुल भी नहीं है. बनाने वाले तो सीधा ही बनाना चाहते थे, मगर साल 1173 में जब ये बनना शुरू हुआ था, तब इसके नीचे की मिट्टी स्थाई नहीं थी. इसकी बुनियाद में जो मिट्टी थी, वो बहुत नरम थी. ऐसे में 8 मंज़िलों वाली इस मीनार की जब 3 मंज़िल ही बनी थी, तभी से इसमे झुकाव होने लगा था. मगर इंजीनियर्स ने काम चालू रखा और टावर को ऐसा तिरछा ही बना दिया. अब 57 मीटर लंबी ये मीनार क़रीब 5 डिग्री कोण पर झुकी हुई है.

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मगर आश्चर्य की बात ये है कि इतने ख़तरनाक कोण पर झुके होने के बावजूद ये गिरी नहीं. मतलब तमाम भूकंप भी इस दौरान आए, लेकिन इस मीनार का बाल भी बांका न कर सके. ऐसे में ये सवाल उठना लाज़मी है कि आख़िर पीसा की मीनार झुकी होने के बावजूद गिरती क्यों नहीं?

Why the Leaning Tower of Pisa Doesn’t Fall

इस सवाल का जवाब भी इसकी बुनियाद में मौजूद मिट्टी में छिपा है. दरअसल, वैज्ञानिकों ने रिसर्च में पाया कि इसकी नींव में डाली गई मिट्टी ने ज़मीन के नीचे हुई गतिविधि के कारण मीनार में हुई गतिविधि पर प्रभाव डाला. इस प्रक्रिया को डायनमिक सॉयल-स्ट्रक्चर इंटरेक्शन (Dynamic Soil-Structure Interaction) कहा जाता है.

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शोध समूह में शामिल ब्रिटेन में ब्रिसल विश्वविद्यालय के इंजिनियर्स भी थे. उन्होंने बताया कि मीनार की ऊंचाई और कठोरता के साथ-साथ नींव में डाली गई मिट्टी की कोमलता से भूकंप आने पर ये हिलती नहीं है. ये इसके बचे रहने की मुख्य वजह है. यानी जो मिट्टी इसके झुकाव और अस्थिरता का कारण बनी और टावर को गिरने के कगार ले आई, वही इसे इन भूकंपीय झटकों से बचने में मदद भी कर रही है.