RBI गवर्नर शक्तिकांत दास ने आज देश की ख़स्ताहाल अर्थव्यवस्था को पटरी पर लाने के लिए दिल्ली में एक प्रेस कॉन्फ्रेंस की. इस दौरान उन्होंने देश की आम जनता कई बड़ी घोषणाएं की. इनमें से एक आम लोगों को अगस्त तक लोन की EMI चुकाने में छूट देना भी है. 

इस दौरान उन्होंने कहा कि, महंगाई दर अब भी 4 फ़ीसदी के नीचे ही रहने की संभावना है, लेकिन लॉकडाउन के वजह से कई सामानों की कीमत बढ़ सकती है. 

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आइए जानते हैं RBI गवर्नर की इस प्रेस कॉन्फ़्रेंस की 6 बड़ी बातें कौन सी थीं? 

1- अगस्त तक नहीं चुकानी होगी लोन की EMI 

RBI ने आम लोगों को अगस्त माह तक लोन की EMI चुकाने में राहत दी है. लॉकडाउन बढ़ने से अब EMI देने पर राहत 1 जून से 31 अगस्त तक के लिए बढ़ाई दी गई है. इससे पहले भी पहले 3 महीने के लिए बढ़ाया गया था. मोरेटोरियम पीरियड का ब्याज भुगतान 31 मार्च 2021 तक किया जा सकता है.

2- ब्याज दरों में 0.40 फ़ीसदी की कटौती 

RBI गवर्नर शक्तिकांत दास ने कहा कि, रेपो रेट में 0.40 फ़ीसदी की कटौती की है. जबकि रिवर्स रेपो रेट 3.75 फ़ीसदी से घटाकर 3.35 फ़ीसदी हो गया है. इस फ़ैसले से होम लोन, कार लोन, पर्सनल लोन सहित सभी तरह के लोन पर EMI सस्ती होगी. इससे पहले मार्च में भी रेपो रेट में 0.75 फ़ीसदी की कटौती की गई थी. 

3- महंगाई बढ़ने की आशंका 

RBI गवर्नर शक्तिकांत दास ने बताया कि, साल 2021 में विकास दर नकारात्मक रहने की संभावना है. साल 2020-21 (1 अप्रैल से) में भारत के विदेशी मुद्रा भंडार में 9.2 बिलियन डॉलर की बढ़ोतरी हुई. भारत का विदेशी मुद्रा भंडार अभी तक (15 मई तक) 487 बिलियन डॉलर है.

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4- मैन्युफ़ैक्चरिंग में देखी गई भारी 

RBI गवर्नर ने जानकारी दी कि, कोर इंडस्ट्रीज़ के आउटपुट में 6.5% की कमी हुई है और मैन्युफ़ैक्चरिंग में 21 फ़ीसदी की गिरावट हुई है. मार्च में औद्योगिक उत्पादन में 17% की कमी दर्ज की गई है. मांग और उत्पादन में कमी आई है. अप्रैल महीने में निर्यात में 60.3 % की कमी आई है. 

5- मुद्रास्फ़ीति की दर में कमी और तेज़ी रहेगी 

गवर्नर शक्तिकांत दास ने बताया कि मुद्रास्फीति (इन्फ़्लेशन) की दर पहली छमाही में तेज़ रह सकती है, दूसरी छमाही में इसमें नरमी आएगी, वित्त वर्ष 2020-21 की तीसरी/चौथी तिमाही में ये 4 प्रतिशत से नीचे रह सकती है.

6- भारत में घट रही है मांग 

RBI गवर्नर ने कहा कि भारत में मांग घट रही है, बिजली, पेट्रोलियम उत्पाद की खपत में गिरावट और निजी खपत में भी भारी गिरावट देखी जा रही है.

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इस दौरान RBI गवर्नर शक्तिकांत दास ने कहा कि, इस समय ग्लोबल इकोनॉमी मंदी के दौर से गुजर रही है. देश के 6 बड़े राज्य कोरोना वायरस से सबसे अधिक प्रभावित हैं, जिनका देश की अर्थव्यवस्था में 60 फ़ीसदी की हिस्सेदारी है. इन राज्यों के अधिकतर इलाके रेड या फिर ऑरेंज ज़ोन में हैं.