तेलंगाना के मेदक ज़िले में अस्पताल के स्टाफ़ की लापरवाही ने फिर एक मरीज़ की जान ले ली. अपनी लापरवाही और कामचोरी के चलते एम्बुलेंस स्टाफ़ ने 52 वर्षीय अस्थमा के मरीज़ को अस्पताल ले जाने से मना कर दिया और काफ़ी देर तक इलाज न मिलने के कारण मरीज़ ने दम तोड़ दिया. मौक़े पर पहुंची पुलिस ने पूरी घटना की जानकारी विस्तार दी.

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पुलिस ने Hindustan Times को बताया,

मरीज़ बुधवार को बस से कामरेड्डी ज़िले से हैदराबाद लौट रहा था, तभी मेदक ज़िले के चेगुंटा के पास सांस लेने में दिक्कत हुई और वो बस से नीचे उतर गया और कहा वो अस्पताल जाएगा. फिर अस्पताल की ओर बढ़ते हुए वो सड़क पर ही गिर गया.   

पुलिस ने आगे बताया,

उन्होंने हालत बिगड़ते देख फ़ौरन एम्बुलेंस को बुलाया. मरीज़ को अस्पताल ले जाने के लिए एम्बुलेंस देर से आई उसके बाद मरीज़ को COVID-19 संक्रमित समझकर अस्पताल ले जाने से मना कर दिया और कहा उनके पास PPE किट नहीं है.
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पुलिस अधिकारियों ने फ़ौरन दूसरी एम्बुलेंस को बुलाया, जो COVID-19 के मरीज़ों को लेकर जाती है, लेकिन वो भी 45 मिनट की देरी से आई तब तक मरीज़ की मौत हो चुकी थी. उन्होंने मृतक के परिवार वालों को सूचित कर दिया है और शव को एक और एम्बुलेंस की व्यवस्था कर हैदराबाद पहुंचाया गया है. 

पुलिस अधिकारी ने बताया, शख़्स की मौत बीमारी के चलते हुई है, इसलिए परिजनों ने कोई शिकायत नहीं दर्ज की है. 

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