सड़क पर भीख मांगते भिखारियों को देखकर अक्सर मन में ख़्याल आता है कि ये मांग कर क्यों खाते हैं? कोई काम क्यों नहीं कर लेते या इतनी सी भीख में क्या हो जाता होगा? इन सब सवालों पर विराम लगा दिया है तेलंगाना के विजयवाड़ा में रहने वाले यादि रेड्डी ने, जो मंदिर के बाहर भिक्षा मांगते हैं. इन्होंने इसी भिक्षा से जोड़कर मुत्यलमपाडु के साईं मंदिर में आठ लाख रुपये का दान दिया है. मंदिर में जितने भी भक्त आते हैं वो इनके पास रखे कमंडल में दान देते हैं और इनसे आशीर्वाद लेते हैं.

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भिक्षुक होते हुए इतना बड़ा दान दिया है. इसके लिए साईं बाबा मंदिर की गौशाला, अन्नदान केंद्र और अन्य जगहों पर इनकी तस्वीरें लगाई गई हैं. यादि रेड्डी से प्रेरित होकर और लोगों ने भी दान करना शुरू किया है.

TOI के अनुसार मंदिर के अध्यक्ष पी गौतम रेड्डी बताते हैं,

रेड्डी का कोई परिवार नहीं है. इसलिए वो जो भी कमाते हैं सब मंदिर में ही दान कर देते हैं. अभी तक वो मंदिर की गोशाला के लिए तीन लाख रुपये दे चुके हैं. साथ ही दत्तात्रेय मंदिर के निर्माण में मदद करने के अलावा चांदी के गहने भी दान कर चुके हैं.
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रेड्डी ने अपने बारे में बताया,

मैं हमेशा ही साईं बाबा की सेवा करना चाहता हूं. इसलिए अपनी सारी कमाई को मंदिर के लिए दान कर देता हूं.
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आपको बता दें, तेलंगाना के नालगोंडा ज़िले के रहने वाले यादि रेड्डी 10 साल की उम्र में विजयवाड़ा आ गए थे. यहां आने के बाद 30 सालों तक रिक्शा चलाया. मगर जब उम्र बढ़ने लगी तो बीमारी ने घेर लिया तब उन्होंने भिक्षा मांगना शुरू कर दिया. तभी इन्होंने एक वादा ख़ुद से किया कि अगर मैं ठीक हो गया तो साईं बाबा के मंदिर में एक लाख रुपये का दान दूंगा और मैंने ठीक होने के बाद ऐसा किया भी. 

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