दुनिया भर में वेलेंटाइन डे का खुमार युवाओं के सिर चढ़ कर बोल रहा है. देश में भी प्रेमी जोड़े वेलेंटाइन वीक के हर दिन को शिद्दत से जीने की तैयारी कर रहे हैं. मगर इस वेलेंटाइन डे की तैयारियों के बीच एक नया बखेड़ा खड़ा हो गया है. दरअसल, मध्य प्रदेश के छिंदवाड़ा जिले के कलेक्टर साहब ने एक ऐसा फ़रमान जारी किया है, जो सोशल मीडिया पर वायरल हो गया है. कलेक्टर जे. के. जैन ने वेलेंटाइन डे को ‘मातृ-पितृ पूज्य दिवस’ के रूप में मनाने का फ़रमान जारी कर दिया है. इसके बाद से ही इस आदेश की चारों तरफ़ चर्चा हो रही है.

कलेक्टर साहब ने वैलेंटाइन डे की पाश्चात्य परंपरागत नीतियों का विरोध करते हुए इसके लिए स्कूल व कॉलेज के प्राचार्यों और जिला शिक्षा अधिकारी को चार दिन पहले आदेश जारी कर दिया है. जिसके मुताबिक, बच्चों तथा युवाओं में माता-पिता के प्रति श्रद्धा और पूज्य भाव प्रदर्शित करने की आवश्यकता है.

इसे ध्यान में रखते हुए 14 फरवरी को छिंदवाड़ा जिले में मातृ-पितृ पूज्य दिवस मनाया जाए. उन्होंने जिले की सभी शैक्षणिक और सामाजिक संस्थाओं में यह कार्यक्रम विशेष रूप से मनाने के लिए कहा है. साथ ही ये भी निर्देशित किया है कि घर-परिवार, गांव तथा शहरों एवं मोहल्लों में भी इस प्रकार के कार्यक्रम किए जाएं.

गौरतलब है कि कलेक्टर साहब का ये आदेश सोशल मीडिया पर खूब चर्चा का विषय बना हुआ है. इस आदेश के बाद कलेक्टर साहब की खूब आलोचना हो रही है. युवाओं का एक तबका ऐसा भी है, जो कलेक्टर जे.के. जैन के वेलेंटाइन डे के दिन माता-पिता की पूजा करने के आदेश का पूरज़ोर विरोध कर रहा है. कुछ लोग ये मान रहे हैं कि इस तरह के फ़रमान व्यक्तिगत आज़ादी के खिलाफ़ है.

जे.के. जैन के मुताबिक, हम चाहते हैं कि हमारे युवा और विद्यार्थी माता-पिता और गुरुओं का सम्मान करना सीखें. इससे हमारी भारतीय संस्कृति को बढ़ावा मिलेगा.

आपको बता दें कि जे.के. जैन 2002 बैच के आईएस अफ़सर हैं और अप्रैल 2016 में ही उन्हें छिंदवाड़ा का कलेक्टर बनाया गया है.