मध्य प्रदेश के छिंदवाड़ा के सिविक अफ़सरों ने एक अनोख़ी पहल शुरू की है.

रिपोर्ट्स के अनुसार, छिंदवाड़ा में सड़क पर बिखरे हुए प्लास्टिक बैग जो भी उठाकर लाएगा उसे फ़ूड कूपन दिया जाएगा. 6 अगस्त से ये नई पहल शुरू हुई और पहले दिन 79 लोगों को फ़ूड कूपन मिला.  

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शहर को पॉलिथीन फ़्री बनाने के लिए अफ़सरों ने ये तरीका निकाला है.

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सीएमसी कमिश्नर, इच्छित ने Times of India को बताया,  

हम एक ऐसी रसोई चलाते हैं जहां लोगों को 5 रुपए में खाना मिलता है. हमारे ज़िले में 150 रजिस्टर्ड कचरा बीनने वाले हैं जिनके पास छिंदवाड़ा म्युनिसिपल कॉरपोरेशन द्वारा ID Card दिया गया है.

-इच्छित (सीएमसी कमिश्नर)

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इच्छित ने ये भी बताया कि कचरा बीनने वालों को मुफ़्त में खाना दिया जाता है. वे प्लास्टिक जमा करते हैं और महंगा सामान बेचकर पैसे कमा लेते हैं. 


ऐसी ही योजना, छत्तीसगढ़ के अंबिकापुर की म्युनिसपैलिटी ने भी शुरू की थी.