नियाग्रा फ़ॉल्स, संयुक्त राज्य अमेरिका और कनाडा की सीमा पर स्थित है. ये अमेरिकन फ़ॉल्स, हॉर्सशू फ़ॉल्स और ब्राइडल वील फ़ॉल्स से बना है. इसके बारे में एक बहुत ही आश्चर्यजनक बात सामने आई है.
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दरअसल, हुआ ये है कि अगस्त 1918 में नियाग्रा नदी में एक नाव टूटकर फंस गई थी, तब से लेकर आजतक ये ना किसी भी लहर से हिली नहीं है. मगर 31 अक्टूबर को आए लहरों के तेज़ बहाव और हवाओं के चलते ये नाव हिलने के साथ-साथ 151 मीटर तक आगे बह गई. नाव का इसतरह से हिलना वहां के अधिकारियों के लिए बहुत चौंकाने वाला था.
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इस नाव के बारे में नायग्रा पार्क की वेबसाइट पर लिखा गया है कि ये सैलानियों के लिए आकर्षण का केंद्र रही है. लोग दूर-दूर से नदी के बीचों-बीच फंसी इस नाव को देखने के लिए आते हैं.
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आपको बता दें, इस भयानक तूफ़ान ने सिर्फ़ इस नाव को ही नहीं हिलाया था, बल्कि हाइड्रो वन पावर प्लांट के बंद होने से क़रीब 98 हज़ार से ज़्यादा लोगों के घरों की बिजली भी चली गई थी.
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