प्लास्टिक का इस्तेमाल दुनियाभर के लिये एक गंभीर समस्या बना हुआ है. प्लास्टिक से उपज रही समस्याओं को देखते हुए, इसे इस्तेमाल न करने की सलाह भी दी जा रही है. हम भले ही इस बात की गंभीरता को न समझ रहे हों, पर भारतीय सेना ने इससे निपटने का एक बेहतरीन आईडिया निकाला है.
Guwahati: Indian Army’s Military Engineer Services is undertaking a pilot project at Narangi Military Station for road construction utilising plastic as partial substitute to bitumen. Approx 1.24 MT of waste plastic has been used to construct a road using the technology. pic.twitter.com/HG64T1XPih
— ANI (@ANI) November 29, 2019
दरअसल, गुवाहाटी में इंडियन आर्मी की मिलिट्री इंजीनियर सर्विसेज़ ने नारंगी मिलिट्री स्टेशन में प्लास्टिक कचरे से सड़क का निर्माण कर दिखाया है. प्लास्टिक कचरे से बनी इस सड़क को देख कर, हर कोई इंडियन आर्मी की तारीफ़ कर रहा है. ये एक पायलट प्रोजेक्ट है, जिसके तहत लगभग 1.24 MT प्लास्टिक वेस्ट को यूज़ में लाया गया है.

बीते 22 नवंबर को पर्यावरण मंत्री प्रकाश जावड़ेकर अपने भाषण में कहा था कि देश के 60 प्रमुख शहरों से हर रोज़ करीब 4,059 टन प्लास्टिक कचरा निकलता है. इस समस्या से छुटकारा पाने के लिये शोधकर्ता और वैज्ञानिक रिसर्च पर भी लगे हुए हैं, ताकि जल्द से जल्द से इससे निपटा जा सके.

हाल ही में एक रिपोर्ट में ये भी कहा गया था कि हिंदुस्तान दुनिया का 15वां सबसे अधिक प्लास्टिक वेस्ट उत्पादन करने वाला देश है. भारत में हर रोज़ लगभग 25,940 टन प्लास्टिक कचरा प्रोड्यूस होता है.

इंडियन आर्मी ने तो अपना काम कर दिया, लेकिन हम प्लास्टिक का इस्तेमाल करना कब बंद करेंगे?
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