आइए आपको ट्रेनों के नाम (Indian Trains Nomenclature) से जुड़ी मन में पैदा हो रही सभी कंफ्यूज़न के बारे में बताएंगे.
ये भी पढ़ें: जानिए भारतीय ट्रेनों में ‘जनरेटर कार’ और ‘पैंट्री कार’ क्यों लगाया जाता है, दिलचस्प है वजह
ट्रेनों को 3 कैटेगरी में बांटा गया है
भारतीय ट्रेनों का नाम तीन चीज़ों के आधार पर रखा जाता है. इनमें से पहली कैटेगरी किसी विशेष ज़रूरत के लिए चलाई जाने वाली ट्रेन है. वहीं, दूसरी कैटेगरी लोकेशन के आधार पर चलने वाली ट्रेन है. वहीं, तीसरी कैटेगरी राजधानी से जोड़ने और ख़ास सुविधा वाली ट्रेन है. ये तीन कैटेगरी को अब आइए और विस्तार में समझते हैं.
Indian Trains Nomenclature
स्टेशन के आधार पर चलने वाली ट्रेन
जो पहली कैटेगरी की ट्रेन होती हैं, उनके नाम जगह के मुताबिक़ तय किए जाते हैं. ये किसी एक जगह से चलती हैं और दूसरी तय जगह तक जाती है. उदाहरण के तौर पर लखनऊ से नई दिल्ली आने वाली ट्रेन को लखनऊ मेल कहा जाता है. हैदराबाद से मुंबई तक चलने वाली ट्रेन को मुंबई एक्सप्रेस कहा जाता है. हावड़ा से कालका तक चलने वाली ट्रेन को कालका मेल कहा जाता है.
लोकेशन के आधार पर चलने वाली ट्रेन
बहुत सारी ट्रेन ऐसी होती हैं, जो किसी स्पेशल लोकेशन, नेशनल स्मारक या फ़ेमस नदी या किसी ख़ास क्षेत्र से होकर गुज़रती है. इसलिए उनके नाम या उनकी लोकेशन के आधार पर भी ट्रेनों का नामकरण कर दिया जाता है. कई ट्रेनों के नाम ऐसे हैं, जिसमें उस रास्ते के पहाड़ों, नदी या पार्क के नाम पर उनका नाम रखा गया है. कॉर्बेट पार्क एक्सप्रेस, काजीरंगा एक्सप्रेस, चारमीनार एक्सप्रेस, ताज एक्सप्रेस आदि ऐसी कई ट्रेनें हैं, जिनके नाम उनके रूट में पड़ने वाले फ़ेमस स्थलों के आधार पर रखे गए हैं.
ये भी पढ़ें: जानिए किस स्थिति में अपने-आप लग जाता है ट्रेन का ब्रेक. यहां समझें ट्रेन का ब्रेक सिस्टम
कुछ ख़ास सुविधा वाली ट्रेन
ऐसी कई ट्रेनें हैं, जिनमें यात्रियों के लिए स्पेशल सुविधा होती है और उसमें लग्ज़री वाला फ़ील आता है. इन सभी ट्रेनों के एक ही नाम होते हैं. जैसे राजधानी एक्सप्रेस देश की राजधानी दिल्ली को बाकी देश की अलग़-अलग़ राजधानियों से जोड़ती है. इसके नाम से ही ये चीज़ स्पष्ट है. वहीं, ग़रीब रथ एक्सप्रेस उस कैटेगरी की ट्रेन है, जिसका आम इंसान भी किराया भर सकता है. संपर्क क्रांति एक्सप्रेस नाम वाली ट्रेनें सुपरफ़ास्ट ट्रेन होती हैं, जो दिल्ली को बड़े राज्यों से जोड़ती हैं. इसके अलावा और भी कई अलग़-अलग़ ख़ास सुविधा वाली ट्रेनें मौजूद हैं.
ये तो काफ़ी दिलचस्प तरीक़े से किया जाता है.