हम अकसर कश्मीर में आतंक की घटनाओं के बारे में ही सुनते रहते हैं. धरती का स्वर्ग कहा जाने वाला ये राज्य, अब हमेशा बंदूकों के साए में ही रहता है. कभी कश्मीरी, सेना पर पत्थर फेंकते हैं, तो कभी सेना किसी नागरिक को अपनी जीप के आगे बांधकर घूमती है. जनता और प्रशासन के बीच हमेशा एक अघोषित लड़ाई चलती रहती है.

लेकिन अब जम्मू-कश्मीर पुलिस ने एक ऐसा काम किया है, जिससे जनता और प्रशासन के सम्बंधों में ज़्यादा नहीं, तो थोड़ी बहुत नरमी ज़रूर आएगी. जम्मू-कश्मीर पुलिस ने उदय फाउंडेशन से हाथ मिला कर, इस रमज़ान में गरीब और ज़रूरतमंदों में को बुनियादी चीज़ें बांटी.

DNA की एक रिपोर्ट के मुताबिक, पुलिस महानिदेशक एस.पी. वैद के निर्देश पर सब-इंस्पेक्टर मुनीर अहमद खान के साथ मिल कर कई और पुलिस वालों ने ज़रूरतमंदों की सहायता की. पुलिस के इस कदम को जनता-पुलिस के बीच अविश्वास को कम करने वाले एक सकरात्मक प्रयास के रूप में देखा जा रहा है.

पुलिस ने लाल बाज़ार में कुष्ठ रोगियों और अनाथालयों में बच्चों को कपड़े बांटे. पुलिस के इस कदम की लोग सराहना कर रहे हैं. पुलिस अपने अभियान की सफ़लता से उत्साहित होकर अन्य दूसरे हिस्सों में भी इस योजना का विस्तार कर रही है. पुलिस, इस योजना के माध्यम से ज़रूरतमंदों की नियमित तौर पर सहायता करने का विचार बना रही है.

इसमें कोई संदेह नहीं कि पुलिस का ये प्रयास स्थानीय जनता के दिलों में फैली नफ़रत को कम करने में मददगार साबित होगा. बस ज़रूरत है, ऐसे प्रयासों को ईमानदारी के साथ चलाया जाए, ताकि जनता का पुलिस और सेना पर विश्वास कायम हो सके.