यह बात किसी से छिपी नहीं है कि देश पानी के भयानक संकट से जूझ रहा है . करीब 6 महीने बाद दिल्ली, बेंगलुरू समेत देश के 21 शहरों में भूमिगत जल लगभग ख़त्म हो जाएगा. चेन्नई में जल संकट ने इतना विकराल रूप धारण कर लिया है कि यहां पानी के लिए टोकन मिल रहे हैं. IT कर्मचारी घर से काम कर रहे हैं. ज़्यादातर छोटे रेस्टोरेंट बंद हैं, मॉल्स में वॉशरूम लॉक हो चुके हैं. लोग पीने का पानी खरीद रहे हैं. कपड़े और बर्तन धोना एक लग्जरी के जैसा हो गया है.
वर्षा जल संचयन(Rainwater Harvesting) के बावजूद चेन्नई के लोग पानी की एक-एक बूंद को तरस रहे हैं.
महाराष्ट्र हर साल की तरह सूखे की मार झेल रहा है और यहां कई एकड़ फसल, पानी के अभाव में सूख गई हैं. राज्य सभा में देश के जल संकट को लेकर वाद-विवाद चल रहा था. Maadhyam नामक ट्विटर हैंडल ने चर्चा के दौरान की राज्य सभा की तस्वीर शेयर की.
By the way, this is how occupied #RajyaSabha is when debate on #WaterCrisis is going on!#SansadWatch pic.twitter.com/RHNppq4eIG
— Maadhyam (@_maadhyam_) June 26, 2019
तस्वीर देखकर आम लोगों की प्रतिक्रिया-
— uzair 🇮🇳 (@uzair6370) July 1, 2019
Shame to all mps
— naveensharma222 (@naveensharma222) July 1, 2019
Sorry state of affairs – if Upper House isn’t interested in the country’s water woes – how about an attendance register made public every day Parliament is in session? Name & shame 😡
— Bhuvi Jain (@punnybone) June 30, 2019
we should make compultion to attend.
— Manoj kank (@KankManoj) July 1, 2019
That shows either most of the MPs don’t care or very comfortable themselves. If it is increasing their salary and benefits they ensure attendance in full!
— Athmanathan (@Athmana66105438) July 1, 2019
Wow….shows how f***Ed up our leaders priorities are.
— Hema (@Hema77004814) June 26, 2019
राज्य सभा की खाली सीटें चीख-चीखकर कह रही थी कि इन लोगों को पानी की समस्या नहीं झेलनी पड़ रही. ये तस्वीर बताती है कि हमारे राज्य सभा के सदस्य जल संकट जैसे गंभीर विषय को लेकर कितने चिंतत हैं!
थोड़ी देर हुई चर्चा में सीपीआई(एम) के टी.के.रंगराजन ने कहा कि विश्व का 6वां सबसे बड़ा शहर चेन्नई देश का पहला शहर है जो सूख चुका है.