8 नवंबर की रात अचानक प्रधानमंत्री मोदी ने देश के नाम संबोधन दिया. इस संबोधन में प्रधानमंत्री मोदी ने कालेधन और भ्रष्टाचार पर प्रहार करते हुए घोषणा की कि अब 500 और 1000 रुपये के पुराने नोट कानूनी रूप से अवैध हो जाएंगे और उनकी जगह नए नोट आएंगे. इसके बाद ही 10 नवंबर से रिज़र्व बैंक ऑफ़ इंडिया ने ₹2,000 के नए नोट भी जारी कर दिये. आरबीआई द्वारा जारी हुए 2000 के नोट जहां एक ओर कुछ लोगों को पहले के नोटों से ज़्यादा आकर्षक लग रहे हैं, तो वहीं कुछ इस पर सवालिया निशान उठा रहे हैं.
जैसे ही ₹2,000 के नये नोट लोगों के हाथों में आने शुरू हुए देश में कई तरह की अफ़वाहों का बाज़ार गर्म होने लगा. हाथों में नये नोटों के आते ही लोगों ने नोट पर टाइपो एरर दिखाने शुरू कर दिये और इसे सोशल मीडिया पर डालना शुरू कर दिया.
जो लोग ₹2,000 के नए नोट पर टाइपिंग एरर निकाल रहे हैं, उनके मुताबिक, नोट पर हिंदी शब्द ‘दो’ की जगह ‘दोन’ लिख दिया गया है.
देखते ही देखते इस ‘टाइपो’ को लोगों ने फेसबुक, ट्विटर और व्हाट्सएप पर इतना शेयर किया कि ये अफ़वाह हवा की तरह लोगों में फैल गई.
ट्विटर यूज़र तुषार ने ₹2,000 के नए नोट पर गलत प्रिंटिंग को लेकर सीधा सवाल खड़ा कर दिया.
लेकिन वैसे जो लोग ये समझ रहे हैं कि ₹2,000 के नए नोट पर टाइपो एरर है, वो ज़रा गौर से इन जवाबों को देखें और पढ़ें.
बहरहाल, जो अभी तक अफ़वाहों में जी रहे हैं उन्हें हम बता दें कि नोट में लिखा दोन हज़ार गलत प्रिंट नहीं है, बल्कि एक दम सही है. क्योंकि मराठी भाषा और कोंकणी में दो हज़ार रुपए को ‘दोन’ हज़ार रुपये ही लिखा और बोला जाता है और इस भाषा की लिपि भी देवनागरी है.
खैर, हमारी आदत है कि हम बकवासों पर ज़्यादा ध्यान देते हैं, इसलिए अभी भी कुछ लोग हक़ीक़त को समझने का नाम नहीं ले रहे हैं.
इसलिए अच्छा होगा कि आप इन अफ़वाहों और बकवासों से दूर रहें और गलत चीज़ों के प्रसार से बचें.