कैब सेवा से लोगों की काफ़ी सारी परेशानियां हल हो गई हैं. App आधारित इन सेवाओं से लोग घर बैठे कैब बुक करके आ-जा सकते हैं. लेकिन जहां कैब से लोगों की कई सारी मुश्किलें हल हुई, वहीं कई बार इसके ड्राइवर यात्रियों के मुसीबत बन जाते हैं. ताज़ा मामले में Ola कैब के एक ड्राइवर ने बिलकुल फ़िल्मी अंदाज़ में कैब कंपनी से बदला लेने के लिए यात्री का अपहरण कर लिया.

6 जुलाई को मेट्रो हॉस्पिटल के डॉक्टर श्रीकान्त ने प्रीत विहार से दक्षिणी दिल्ली ओला कैब बुक की. लेकिन ड्राइवर उनका अपहरण करके दादरी ले गया, जहां पर उसके दूसरे साथी मौजूद थे. इसके बाद उसने Ola कैब के अधिकारियों को फ़ोन करके 5 करोड़ की फ़िरौती मांगी. चूंकि यात्री की सारी जवाबदेही कंपनी की होती है, इसलिए कंपनी भी परेशानी में पड़ गई और घटना की सारी जानकारी पुलिस को दी.

इसके बाद पुलिस ने सारा मोर्चा संभाला और अपहरणकर्ताओं से कंपनी का प्रतिनिधि बन कर बात की. 7 जुलाई को पुलिस ने अरोपियों की लोकेशन ट्रेस कर ली, जिसके ज़रिए पता चला कि अपराधी मेरठ में हैं. फिर रविवार को पुलिस को सूत्रों के माध्यम से जानकारी मिली कि अपराधी, डॉक्टर श्रीकान्त को शिफ़्ट करने के लिए दूसरी जगह ले जा रहे हैं. पुलिस ने उनका पीछा किया, तो Ola कैब चालक सुशील कार छोड़ कर गन्ने के खेत में भाग गया. आरोपी की पहचान होने के बाद पुलिस ने उनके घरवालों से पूछताछ की, तो पूरी स्थिति साफ़ हो गई.

इसके बाद बुधवार को पुलिस ने प्रतापपुर थाना क्षेत्र में अपराधियों के ठिकाने पर छापा मार कर उन्हें गिरफ़्तार करके डॉक्टर श्रीकांत को छुड़ा लिया. अपहरण के मुख्य आरोपी अनुज और सुशील सगे भाई हैं. दोनों Ola कैब में ही अपनी गाड़ी चलाते हैं. उनका कैब कंपनी से भुगतान को ले कर कुछ विवाद चल रहा था. इसीलिए उन्होंने कंपनी को सबक सिखाने के लिए डॉक्टर का अपहरण कर लिया.

डॉक्टर श्रीकांत को सही-सलामत छुड़ा लिया गया, लेकिन इस घटना से एक बार फिर साफ़ हो गया कि कैब की सवारी पूरी तरह सुरक्षित नहीं है. इससे पहले भी कई बार कैब ड्राइवर्स पर लूट-पाट और दुर्व्यवहार के आरोप लग चुके हैं. इसलिए कैब से यात्रा करते समय काफ़ी सावधान रहने की ज़रूरत है.

Article Source: PTI