बीते बुधवार को मुज़फ़्फ़रपुर पुलिस ने 49 सेलेब्स पर लगाए गए देशद्रोह के केस को बंद करने का आदेश दिया. मुज़फ़्फ़रपुर एसएसपी मनोज कुमार ने कहा कि केस बंद करने का निर्णय इसीलिए दिया गया क्योंकि आरोपों में कोई आधार नहीं हैं. मनोज कुमार ने ये भी कहा कि शिकायतकर्ता कोई ठोस सुबूत भी पेश नहीं कर पाया.


4 अक्टूबर को ख़बर आई की बिहार के मुज़फ़्फ़रपुर में उन 49 सेलेब्स के ख़िलाफ़ FIR दर्ज की गई है. Chief Judicial Magistrate सूर्यकांत तिवारी ने केस दर्ज करने का ऑर्डर पास किया. लगभग 2 महीने पहले लोकल एडवोकेट सुधीर कुमार ओझा ने Petition दायर की थी जिसे CJM ने मान लिया.  

Hindustan Times

23 जुलाई को 49 बुद्धिजीवियों, कलाकारों, लेखकों ने देश में बढ़ रही हिंसा की घटनाओं पर चिंता जताते हुए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को एक चिट्ठी भेजी थी.


इस चिट्ठी के जवाब में 62 सेलेब्स ने दूसरी चिट्ठी लिखी और आरोप लगाया कि देश और मोदी सरकार की अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर छवि बिगाड़ने की कोशिश की जा रही है.  

पुलिस ने शिकायतकर्ता वक़ील ओझा के ख़िलाफ़ मामला चलाने की भी बात कही. पुलिस सूत्रों के अनुसार, वक़ील बनने के बाद से ओझा ने लगभग 700 से ज़्यादा केस फ़ाइल किये हैं. ओझा अमिताभ बच्चन, इमरान ख़ान, मनमोहन सिंह, सोनिया गांधी, राहुल गांधी, सलमान ख़ान, शाहरुख़ ख़ान, ऐश्वर्या राय और अन्ना हज़ारे पर भी केस दायर कर चुका है