बीते गुरुवार तेलंगाना के हैदराबाद से दिल दहला देने वाली घटना सामने आई. रिपोर्ट के अनुसार, पशु चिकित्सक प्रियंका रेड्डी का गैंगरेप कर, ज़िंदा जला दिया गया. 27 वर्षीय एक डॉक्टर की मौत ने देशवासियों को एक बार फिर से निर्भया रेप केस की याद दिला दी है. देश के कोने-कोने में लोग प्रोटेस्ट कर प्रियंका रेड्डी के लिये इंसाफ़ की मांग कर रहे हैं. 

इन्हीं घटनाओं से आहत होकर आज सुबह अनु दुबे नाम की एक लड़की ने संसद के बाहर बैठकर महिलाओं की सुरक्षा के लिए प्रदर्शन किया. अनु का कहना है कि वो ख़ुद को देश में सुरक्षित महसूस नहीं करती हैं. संसद के बाहर बैठी अनु के हाथों में एक प्लैकार्ड था, जिस पर उन्होंने ‘क्यों मैं अपने भारत में सुरक्षित महसूस नहीं करती’ स्लोगन लिखा हुआ था. 

वीडियो में आप अनु को पुलिस से बात करते हुए भी देख सकते हैं. पुलिस अनु को वहां से जाने के लिये कहती है, पर वो वहां से जाने के लिये मना कर देती है. हालांकि, कुछ देर बाद पुलिस उसे ज़बरदस्ती थाने ले जाती है. अनु का ये भी कहना है कि महिला पुलिस कॉन्स्टेबल्स ने उनके साथ ज़ोर-ज़बरदस्ती भी की. 

HT

इसके बाद दिल्ली महिला आयोग की टीम ने थाने पहुंच कर अनु को वहां से रिहा कराया. अनु ने पुलिस से किसी भी तरह की पर्सनल जानकारी साझा नहीं की है. इस प्रोटेस्ट के बाद अनु ट्विटर पर ट्रेंड करने लग गयी हैं. #iamanudubey नाम से हैशटैग टॉप 5 में ट्रेंड कर रहा है. 

ndtv

इस वक़्त सिर्फ़ अनु ही नहीं, शायद देश की हर लड़की सरकार से यही पूछना चाहती है कि ‘आखिर महिलाएं और लड़कियां देश के किस कोने में सुरक्षित हैं’?अगर इस बारे में अब कड़े-से-कड़े कदम नहीं उठाये गए, तो कुछ समय बाद लड़कियों का देश में रहना बहुत मुश्किल हो जायेगा. 

News के और आर्टिकल पढ़ने के लिये ScoopWhoop Hindi पर क्लिक करें.