बिजली का बिल सामान्य परिवार में बहुत ज़्यादा आता है तो हज़ारों में आ जाता है, लेकिन क्या कभी सुना है कि एक सामान्य परिवार में बिजली का बिल करोड़ों में आया हो, नहीं तो अब सुन लो. दरअसल, राजस्थान के उदयपुर में एक किसान को दो महीने में 38,514,098 यूनिट बिजली की खपत के लिए 3.71 करोड़ रुपये का बिल भेजा गया.

ये बिल 22 अगस्त को जारी किया गया था और बिल जमा करने की अंतिम तारीख़ 3 सितंबर थी. किसान पेमाराम को बिल देखकर ज़ोर का झटका लगा और वो पास के ई-मित्र केंद्र और राजस्थान सरकार ई-गवर्नेंस केंद्र गए.

इस मामले पर बिजली विभाग के सहायक अभियंता ने जानकारी मिलने के बाद बिल की राशि में सुधार कर दिया है. किसान का वास्तविक बिल 6,414 रुपये है.

Hindustan Times के अनुसार, चीफ़ इंजीनियर एनएल सलवी ने कहा,

कंप्यूटर में सर्वर डाउन की समस्या के चलते किसान के नाम पर दो बार फ़ीडिंग होने से ग़लती हुई थी.

उदयपुर से 65 किमी दूर गिंगला गांव के 22 वर्षीय पेमाराम पटेल एक दुकान के मालिक हैं. इस दुकान को ऑटो सर्विस करने वाले व्यक्ति को किराए पर दिया गया है. बिल इस दुकान के लिए है जिसमें अजमेर विद्युत निगम लिमिटेड (अजमेर डिस्कॉम) का बिजली कनेक्शन है.

पेमाराम ने कहा,

जब मैं ई-मित्र के पास गया, तो मुझे पता चला कि प्रिंट की ग़लती के कारण बिल इतना ज़्यादा आया था. वास्तविक बिल 6,414 रुपये का था, जिसका भुगतान मैंने कर दिया है. 

अधीक्षण अभियंता गिरीश जोशी ने कहा,

मीटर रीडिंग लेने वाले ऑपरेटर ने मीटर संख्या को रीडिंग वाले कॉलम में दर्ज कर दिया था. ग़लती में तुरंत सुधार करके उपभोक्ता को सही राशि दे दी गई है. 

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