उत्तरप्रदेश में योगी सरकार ने COVID-19 के प्रसार को रोकने के लिए एक प्रतियोगिता शुरू की है. इसके चलते राज्य के कई अख़बारों में स्वास्थ्य विभाग द्वारा विज्ञापन दिए गए थे. विज्ञापन की दो कैटेगरी हैं.

पहली कैटेगरी में कोरोना वायरस के प्रसार को रोकने के लिए 150 शब्दों में सुझाव देने हैं. योगी सरकार की ओर से दस ओरिजिनल और बेहतर सुझाव को चुना जाएगा और उन्हें 10,000 रुपये का नकद पुरस्कार दिया जाएगा.

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दूसरी कैटेगरी में प्रतिभागियों को संभावित विचारों जैसे कि COVID-19 की रोकथाम के टिप्स, वायरस को रोकने के लिए सुरक्षा अभ्यास, शारीरिक और मानसिक स्वास्थ्य को बनाए रखने के उपाय और प्रेरणादायक कहानियों के साथ एक मिनट का वीडियो भेजना होगा. इस श्रेणी में सर्वश्रेष्ठ 100 वीडियोज़ को चुना जाएगा और 10,000 रुपये से सम्मानित किया जाएगा. 

वीडियो को कंटेंट, मनोरंजन और तकनीकी गुणवत्ता के आधार पर जज किया जाएगा. ईमेल आईडी भेजने के लिए एक व्हाट्सएप नंबर दिया गया है. वीडियो भेजने की अंतिम तिथि 8 जुलाई है और विजेताओं के नाम 15 जुलाई को घोषित किए जाएंगे.

यूपी के प्रमुख स्वास्थ्य सचिव अमित मोहन प्रसाद ने कहा,

इस प्रतियोगिता का मुख्य उद्देश्य नागरिकों की मदद से कोरोनोवायरस को हराना है. इसलिए हम कोरोना वायरस की रोकथाम के लिए वीडियो बनाने के लिए लोगों को प्रोत्साहित कर रहे हैं. इस प्रतियोगिता में चुने गए लोगों को नक़द पुरस्कार दिया जाएगा.
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योगी सरकार के इस क़दम पर निशाना साधते हुए कांग्रेस एमएलसी दीपक सिंह ने कहा,

राज्य सरकार को उन उपायों पर ध्यान केंद्रित करना चाहिए जिनका कोई परिणाम निकले. अगर सरकार वास्तव में लोगों के कल्याण के बारे में चिंतित है, तो उन्हें कोरोनावायरस मामलों के सही आंकड़ों के बारे में बताना चाहिए और अधिक परीक्षण किया जाना चाहिए.

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