अब मुझे मानें न मानें ऐ ‘हफ़ीज़’

मानते हैं सब मिरे उस्ताद को

उस्ताद, गुरू, शिक्षक, टीचर के लिए हफ़ीज़ जालंधरी ने ये लफ़्ज़ लिखे थे. बिल्कुल सही बात भी है. मुझे कोई जाने या न जाने पर मेरे टीचर्स की पहचान ही दूसरी है. हम कितने भी आगे बढ़ जाएं, कितने भी बड़े बन जाएं स्कूल के शिक्षकों को भूलना नामुमकिन है. और जो भूल जाते हैं उन्हें कृतघ्न ही कहा जाएगा. ख़ुद जलकर हमारे रास्ते रौशन करते हैं शिक्षक. 

चाहे वो अंग्रेज़ी टीचर की प्रननसिएशन के लिए फ़टकार हो या हिन्दी के क्लास में अंग्रेज़ी के शब्द इस्तेमाल करने पर ज़बरदस्त शुद्ध हिन्दी में डांट हो. कोई भूल सकता है भला? 


दूसरे बताते हैं कि स्कूल में टीचर रिप्रोडक्शन का चैप्टर स्किप कर देते थे. मैं ख़ुशनसीब हूं कि मेरे शिक्षक ने मुझे मेंस्ट्रअल साईकिल से लेकर टीनेज प्रेगनेंसी तक सबकुछ अच्छे से समझाया. 

वैसे तो स्कूल में काफ़ी कुछ सीखा. आज जो भी हूं उसमें शिक्षकों का बहुत बड़ा हाथ है. पर कई बार दिल में कुछ घटनाओं को लेकर ये ख़याल आता है कि काश ये स्कूल में पढ़ाया गया होता! काश इस बात का इंच भर आईडिया भी स्कूल में मिला होता. 

अपने मन की कुछ उन्हीं बातों की लिस्ट- 

1. आर्ट्स लेने वाले बेवकूफ़ या मंदबुद्धी नहीं होते. 

Cakart

2. Maths में फ़ेल होने का मतलब Life में फ़ेल होना नहीं होता. 

Hindustan Times

3. खेती-बाड़ी करना कोई बेइज़्ज़ती की बात नहीं है. 

Live Mint

4. खेल के मैदान में दौड़ना उतना ही ज़रूरी है जितना लाइब्रेरी में बैठना. 

The Bridge

5. जाति-पाति, धर्म, लिंग ये सब बाद में आते हैं, पहले इंसान आता है. 

DNA India

6. डांस और म्यूज़िक में ज़्यादा और पढ़ाई में कम ध्यान देने वाले बेकार नहीं होते. 

Tagore International School

7. अगर कोई घुटने तक स्कर्ट पहनती है तो इससे उसका कैरेक्टर डिफ़ाइन नहीं होता. 

News Track Live

8. इंजीनियरिंग में अच्छे कॉलेज में एडमीशन न मिलने से ज़िन्दगी बर्बाद नहीं होती. 

Live Mint

9. हर महिला पीड़ित और हर पुरुष दोषी नहीं होता. 

Alignment Group

10. बिना अच्छी डिग्री के भी सफ़लता मिल सकती है. 

Npr

11. हर बार बड़े सही हों ये ज़रूरी नहीं, इंसान से ग़लती हो सकती है. 

Psych Alive

12. 12वीं के बाद सब सेट नहीं होता बल्कि और मुश्किल हो जाता है. 

Digital Learning

13. लड़कियों के लिए बैंक या टीचर की जॉब बेस्ट नहीं है, वो जो चाहें कर सकती हैं. 

Digital Learning

14. LGBTQ+ दिमाग़ का भ्रम नहीं, हक़ीक़त है. 

Washington Post

15. घर पर आप पूरी तरह सुरक्षित हो ये ज़रूरी नहीं. 

Indian Express

मुझे शिक्षकों की क़ाबिलियत पर ज़रा भी संदेह नहीं है और मैं उनका सम्मान करती हूं पर ये बातें उन्हें बतानी चाहिए थी. ऐसी बहुत सी बातें होंगी जो अगर आपको स्कूल में पता चल जाती तो आपकी ज़िन्दगी और बेहतर होती. ऐसी बातों को कमेंट के ज़रिए हमसे शेयर करिए.