UP में जिस दिन योगी आदित्यनाथ को CM बनाया गया, उत्तर प्रदेश सहित देश का हर इंसान इस फ़ैसले को टटोलता रह गया. UP में सबसे ज़्यादा बहुमत वाली पार्टी के रूप में उभरी भाजपा के आलाकमान का ये फ़ैसला, पार्टी के धुर-विरोधियों सहित उसका सपोर्ट करने वालों के गले से भी नहीं उतरा. शपथ समारोह में पहले ही पहुंच कर व्यवस्था जांचने लगे योगी ने अपने मंसूबे उसी वक़्त साफ़ कर दिए. उन्होंने बता दिया कि वो एक कट्टर हिन्दू नेता की छवि से ज़्यादा हैं और UP में विकास के लिए काम करना चाहते हैं.

CM बनते ही योगी आदित्यनाथ ने कई झटपट फ़ैसले लिए, जिनमें सबसे ज़्यादा चर्चा में रहा अवैध बूचड़खाने बंद करवाना और एंटी-रोमियो स्क्वाड का गठन. इतने कम समय में लिए उनके फ़ैसलों में कुछ ऐसे थे, जिनकी UP में सख्त ज़रूरत थी.
चलिए देखते हैं, फ़ायर ब्रांड CM ने किन-किन सामाजिक बुराईयों को हटाने की पहल की है:
1. अवैध बूचड़खाने बंद करवाना

सरकार में आने से पहले से ही भाजपा ने अपने मैनिफ़ेस्टो में ये तो साफ़ कर दिया था कि वो आते ही अवैध बूचड़खाने बंद करवा देगी. इस पर जल्द ही फ़ैसला लेते हुए राज्य सरकार ने अवैध रूप से चल रहे दो स्लॉटरहाउस पर ताले लगवा दिये. ये दोनों ही स्लॉटरहाउस इलाहाबाद में थे, जबकि लखनऊ और बनारस की कई मीट शॉप्स पर ताले लग चुके हैं. ये सभी बिना लाइसेंस के चल रहे थे.
2. लाल बत्ती पर बैन
कोई सांसद जब भी CM की गद्दी पर बैठता है, ऐसा कम ही होता है कि वो ब्यूरोक्रेसी से पूरी तरह तौबा कर ले. लेकिन CM योगी ने ये तो साफ़ कर दिया कि उन्हें गद्दी और बत्ती से ज़्यादा सरकार चलाने से प्यार है. उन्होंने बाक़ी मंत्रियों को भी लाल बत्तियों का इस्तेमाल करने से मना कर दिया.
3. Hate Mongering पर लगाम
सोशल मीडिया पर बहुत सारे ऐसे धुरंधर बैठे हैं, जो धर्म और जात-पात के नाम पर लोगों को धमकाते रहते हैं. योगी ने UP के Cyber Cell को ऐसे लोगों पर और ऐसे Message फ़ैलाने वाले अकाउंट पर नज़र रखने का ऑर्डर दिया है. साइबर सेल के साथ मीटिंग करने के बाद ये निर्देश दिए गए थे.
4. महिला सुरक्षा पर पुलिस को हिदायत
ऐसा कम ही होता है कि कोई लड़की कंप्लेंट लिखवाने पुलिस स्टेशन जाए और उस पर ही इल्ज़ाम या छींटाकशी न हो. लकड़ियों को लेकर पुलिस का रवैय्या ख़ास अच्छा नहीं रहा है. UP के पुलिस विभाग को इस बात की हिदायत दी गयी है कि वो लड़कियों से जुड़े मामले में थोड़ी संवेदनशीलता से पेश आयें. महिला सुरक्षा को अपना एजेंडा मानते हुए UP सरकार ने पुलिस को गर्ल्स कॉलेज के बाहर हुजूम लगाए रोमियो की धर-पकड़ करने का भी आदेश दे दिया है.
5. प्रदेश में क्राइम रेट ख़त्म और कम करने की Strategy पर 15 दिन में रिपोर्ट
योगी आदित्यनाथ के बारे में कहा जाता है कि वो पहले अपने क्षेत्र गोरखपुर में भी रोज़ रेकी पर निकल जाया करते थे. लगता है, इसी नियम को वो UP में लागू करने वाले हैं. CM योगी ने DGP जावेद अहमद से प्रदेश में क्राइम कम करने के प्लान की रिपोर्ट बनाने को कहा है. साथ ही इलाहाबाद के BSP नेता की हत्या पर तुरंत कार्यवाही कर, अपराधी को जल्द से जल्द पकड़ने का ऑर्डर भी दे दिया है.
हाल ही में लखनऊ में एक लड़की पर एसिड अटैक की वारदात सामने आई, ये मुख्यमंत्री के निर्देशों का ही नतीजा था कि इस अपराध के गुनेहगार को दो दिन के भीतर पकड़ लिया गया. आदित्यनाथ की छवि जैसी भी रही हो, इतना तय है कि वो न्यायप्रिय हैं.
6. सभी मंत्रियों से आय-संपत्ति का ख़ुलासा करने को कहा
CM बनने के पहले दिन ही योगी ने ये कह कर धमाका कर दिया था कि सभी मंत्री अपनी आय का ब्यौरा 15 दिन के भीतर CM सचिवालय में जमा कर दें.
7. मंत्रियों को सोच-समझ कर बोलने की सलाह
वैसे ये बड़ा ही विवादास्पद ऑर्डर है, क्योंकि योगी जी ख़ुद अपने बयानों के लिए ग़लत वजह से चर्चा में रह चुके हैं. लेकिन अभी उन्होंने अपने मंत्रियों को किसी तरह की बयानबाज़ी और Verbal Battle से बचने की सलाह दी है. अच्छा है, अगर वो इसे अमल में ला रहे हैं.
8. महिलाओं की सुरक्षा और लड़कियों के साथ होती छेड़छाड़ पर लगाम लगाने के लिए एंटी-रोमियो स्क्वाड

UP के किसी भी शहर का सबसे बड़ा मुद्दा रहा है महिला सुरक्षा. मोटे तौर पर देखा जाए, तो गर्ल्स कॉलेज में पढ़ने वाली किसी लड़की के लिए ये एक लॉ एंड ऑर्डर की तरफ़ से की गयी अच्छी पहल है. वहीं एक परेशानी ये है कि इस स्क्वाड में पुलिस के अलावा ऐसे कई लोग जुड़े हैं, जो ख़ुद किसी सड़कछाप रोमियो से अलग नहीं हैं. अच्छी सोच के साथ शरू की गयी इस पहल का ये एक पहलू चिंता का विषय है, क्योंकि कुछ लोग कपल्स या दोस्तों को भी इस कैटेगरी में रख कर परेशान कर रहे हैं.
9. सरकारी दफ़्तरों से पान की पीक हटाना

भारत के अधिकतर सरकारी दफ़्तरों की पहचान है पान की पीक. इसी पहचान को हटाने का काम कर रहे हैं CM साहब. उन्होंने राज्य के सभी सरकारी अफ़सरों को निर्देश देते हुए अपने यहां से पान के पीक और तंबाकू के दाग साफ़ करवाने के आदेश दिए हैं. साथ ही ऑफ़िस में कोई भी कर्मचारी तंबाकू या गुटखा खाते हुए न दिखाई दे, इसका ऑर्डर भी दिया है.
उत्तर प्रदेश के लिए योगी आदित्यनाथ फ़ैसले लेने वाले और काम करने वाले CM के रूप में अपनी छवि बना रहे हैं. हालांकि उन पर एक ख़ास धर्म की साइड लेने के आरोप लगते रहे हैं, और इसमें बड़ी भूमिका उनकी पहले की छवि ने निभाई है. लेकिन हमें आशा है कि वो धर्मनिरपेक्ष लोगों को अपनी लीडरशिप से निराश नहीं करेंगे.