महिला को हमेशा से देवी की मूरत कहा जाता है, क्योंकि उनमें पुरुषों के मुकाबले दूसरों के प्रति के प्रेम और दया की भावना ज़्यादा होती है. इसके बावज़ूद हमें अकसर महिलाओं पर हो रहे अत्याचार की बातें सुनाई देती है. लेकिन इसी समाज का एक हिस्सा उनके अधिकारों के लिए लड़ भी रहा है.
एक तरफ़ जहां महिलाओं के हक के लिए इतना सब कुछ किया जा रहा है, वहीं उनका एक रूप ये भी है, जिसे जानने के बाद आप ये ज़रूर कहेंगे कि लड़कियां हर बार सही नहीं होती.
1.
Metro या किसी पब्लिक ट्रांसपोर्ट में सफ़र करते वक़्त अगर कोई लड़का गलती से महिला आरक्षित सीट पर बैठ जाए, तो उसे फ़ौरन ये कह कर वहां से उठा दिया जाता है कि यहां सिर्फ़ महिलाएं बैठ सकती हैं, जबकि अगर कोई महिला मेल कोच में जाकर लड़कों की सीट पर बैठ जाए, तो कोई भी मर्द ये कहने की हिम्मत नहीं जुटा पाता, कि ये सीट तो हमारे लिए है फिर आप कैसे बैठ सकती हैं? लड़कों से बराबरी करनी है, तो इस बात पर नोकझो़क क्यों ?
2.
काफ़ी मशक्कत के बाद लोकल ट्रेन, बस, या Metro में बैठने के लिए सीट मिली, लेकिन तभी कानों में एक मधुर-सी आवाज़ सुनाई देती है कि कैसा मर्द है, लड़की सामने खड़ी है और खुद बैठ गया. अरे भई मर्दों को भी बैठने का हक है.
3.
जब भी कोई लड़की अपने Boyfriend या भाई के साथ शॉपिंग पर जाती है, तो उसे लगता है सामान से भरा बैग, उसका Boyfriend या भाई ही उठाए, क्योंकि इनके होते हुए वो अपने नाज़ुक हाथों को कष्ट नहीं देना चाहती.
4.
कुछ लड़कियां अपने आप को Makeup में ज़्यादा ख़ूबसूरत और कॉन्फिडेंट समझती हैं, जबकि ऐसा नहीं हर लड़की की ख़ूबसूरती उसके स्वाभाव और बोल-चाल की भाषा में होती है. अगर आप स्वभाव से अच्छी हैं तो आप बिना Makeup के भी उतनी ही सुंदर दिखेंगी जितनी कि मेकअप में.
5.
अकसर लड़कियों को ये कहते हुए सुना होगा कि, मैं इतनी रात में अकेले घर नहीं जा सकती. After All हम लड़कियां हैं न?
6.
जब भी एक लड़का या लड़की बाहर घूमने-फिरने या खाने-पीने जाते हैं, तो लड़कियां हमेशा बिल का पेमेंट करने के लिए लड़कों का इंतजार करती हैं और अगर कोई लड़का गलती से घर पर Wallet भूल गया हो, तो समझो उसकी ख़ैर नहीं. ताने के रूप में उसे ये सुनने को मिलता है कि लड़का होकर मुझ से बिल पे करवाता है.
7.
लड़के अगर लड़कियों से ढंग से बात न करें तो, कहती हैं कि बहुत घंमडी है और अगर तमीज़ से पेश आएं तो कहती हैं मर्द वाली बात नही. इसलिए लड़कों तुम जैसे हो, वैसे रहो.
8.
अंतिम और ख़ास बात, जिस पर अकसर बहस होते हुए भी देखा जा सकता है. लड़कियां अकसर कई कारणों से अपने बॉयफ्रैंड से ब्रेकअप कर लेती हैं और तो और वजह बताना भी सही नहीं समझती. लेकिन वहीं अगर कोई लड़का ऐसा करे, तो उसे बेवफ़ा, धोखेबाज़, मर्द नहीं था, जैसे कड़वे शब्द सुनने पड़ते हैं.
इस पोस्ट के जरिए हमारा मकसद लड़कियों का दिल दुखाना, या उन्हें ज़लील करना बिल्कुल नहीं. बल्कि इसके ज़रिए हम उन्हें ये समझना चाहते हैं कि अगर आप लड़कों से मुकबला करना चाहती हैं, तो फिर इन छोटी-छोटी बातों पर नोक-झोक क्यों. सोचिएगा और अगर पसंद आए, तो इसे लाइक और शेयर भी करिएगा.