क्या समझे हो! 2nd डे, दोपहर वाला शो देख कर आ रहे हैं अवेंजर्स का, वो भी फ़्री में! इंडिया में जुगाड़ से बहुत कुछ हो जाता है. लेकिन इतनी भीड़ जिस हॉलीवुड फ़िल्म के लिए जमा हुई थी, उसमें ऐसा क्या ख़ास है? आख़िर इतनी पॉपुलर क्यों है Avengers Series? चलिए पता करते हैं…
Avengers Series की आख़िरी फ़िल्म देखने के लिए जिस तरह से जनसैलाब उमड़ रहा है, उसको देख के मन में एक ही सवाल उठता है कि कब, कैसे और क्यों हम आम भारतीय इन सुपरहीरो फिल्मों के इतने दीवाने हो गए?
हमारे समाज में हमेशा से “Larger than Life” किरदारों के लिए लोगों के दिलों में एक ख़ास जगह रही है. चाहे वो किरदार पौराणिक गाथाओं के हों या समकालीन सिनेमा के या राजनैतिक दिग्गज, भारतीय समाज हमेशा से उनकी ओर आकर्षित रहा है.
कुछ ऐसा ही नज़ारा कुछ दशक पहले नज़र आता था, जब हर रविवार रामायण और महाभारत देखने के लिए पूरा हिंदुस्तान टीवी के सामने होता था और सड़कें, बाज़ार सुनसान हो जाती थीं.
हम भारतीय स्वभाव से काफी भावुक होते हैं और कहीं न कहीं, किसी न किसी में अपना आदर्श, अपना हीरो खोज ही लेते हैं.
कुछ लोग पौराणिक गाथाओं के किरदारों को अपना हीरो मानते हैं, तो कुछ आध्यात्मिक गुरुओं में अपने हीरो की तलाश करते हैं. जिनको राजनीति लुभाती है वो राजनेताओं में अपने हीरो को ढूंढते हैं और सिने-प्रेमी फ़िल्मी सितारों में अपना हीरो ख़ोजते हैं. तकनीक, बिज़नेस, समाजसेवा, हर क्षेत्र में हम भारतीय एक Larger than Life किरदार में अपना हीरो तलाशते रहते हैं.
हिंदुस्तान में हर कोई अपनी दिलचस्पी, अपनी मान्यताओं और अपने व्यक्तिव्य के हिसाब से अपने हीरो चुनते हैं.
और उस किरदार को अपने जीवन के विस्तार के रूप में देखते है.
मसलन अभी के क्रेज़ “अवेंजर्स सीरीज़” को ही ले लें, तो इसमें हर किसी के लिए एक हीरो है. जिनको टेक्नोलॉजी से प्यार है और यथार्थवादी हैं, वो Iron Man फ़ैन हैं. वहीं जिनके लिए उनके आदर्श सर्वोपरि है और आशावादी हैं वो Captain America को अपना आदर्श मानते हैं.
जिनको पौराणिक कथाओं और उनके देवताओं में यक़ीन हैं, वो Thor में अपना हीरो देखते हैं. वहीं जो शक्ति और बल में में यक़ीन रखते हैं (ख़ासकर हनुमान जी के भक्त) वो Hulk के फ़ैन हैं.
मगर जो ये मानते हैं की इंसान अपनी बुद्धि और साहस से कुछ भी कर सकता है, उनके लिए Black Widow और Hawkeye रोल मॉडल हैं.
इसके इतर जो आध्यात्मिक शक्तियों में विश्वास करते हैं वो Doctor Strange को अपना हीरो मानते हैं.
वहीं टेक्नोलॉजी की क्षमता और उसके उपयोग की असीम संभावनाओं में विश्वास रखने वाले Ant Man, Spider Man, Black Panther में अपने हीरो को देखते हैं.
और चूंकि ये फ़िल्म सभी दर्शकों को कहीं न कहीं उनका एक रोल मॉडल देती है, यही वजह है कि सभी तरह के व्यक्तित्व वाले लोग, हर उम्र, अलग-अलग संस्कृति और मान्यताओं को मानने वाले, और अलग-अलग दिलचस्पी रखने वाले लोग Avengers Series के फ़ैन बनते जा रहे हैं. जब एक ही फ़िल्म में आपको अपने अनुसार सारा माल-मसाला मिले तो फ़ैन बनना तो बनता है न.
फिर ज़ाहिर सी बात है… ऐसी वैश्विक अपील वाली अवेंजर्स सीरीज़ के अंत में ऐसी भीड़ क्यूं नहीं उमड़ेगी!