तकनीक और इंटरनेट के ज़माने में कंप्यूटर या लैपटॉप आम जन जीवन का एक महत्वपूर्ण हिस्सा बन गया है. जिनके पास लैपटॉप है, वे सुबह से लेकर शाम तक उससे चिपके रहते हैं. चाहे वह काम के मकसद से हों या फिर इंटरटेनमेंट. भले ही आप अपने लैपटॉप के बारे में सब कुछ जानते हों, लेकिन उसी लैपटॉप में एक चीज़ ऐसी भी है, जिसके बारे में आप तो क्या, कंप्यूटर के बड़े-बड़े ज्ञानी लोगों को भी नहीं पता होगा.
एक बार ज़रा फिर से अपने लैपटॉप के चारों तरफ़ नज़र दौड़ाइये और देखिये कि ऐसी कोई जगह, छेद या प्वाइंट है, जिसका यूज़ आपने अभी तक नहीं किया है और न ही आपको इसके बारे में जानकारी है?
चलिये हम बताते हैं. गौर से देखने पर आप पाएंगे कि आपके लैपटॉप के कोने में एक छोटा सा आयताकार छेद (Rectangular Slot) होगा. अधिकतर लैपटॉप में यह USB Port के बगल में होता है, तो कभी-कभी यह चार्ज़र प्वाइंट के बगल में भी होता है. आश्चर्य की बात है कि अभी तक इस आयताकार स्लॉट के बारे में लोग नहीं जान पाये हैं कि आखिर यह छेद होता क्यों है? सच कहता हूं दोस्तों, बड़े से बड़े इंजीनियर भी आपको इसका जवाब नहीं दे पाएंगे.
दरअसल, यह आयताकार छेद लैपटॉप में सुरक्षा कारणों से होता है. यह स्लॉट वैसे कनेक्टिंग डिवाइस के लिए होता है, जिसका हम कभी यूज़ ही नहीं करते हैं.
लैपटॉप में यूज़र्स की मदद के लिए मौजूद यह स्लॉट आपके लैपटॉप को चोरी होने से बचाने के लिए होता है. इस स्लॉट में ‘लैपटॉप लॉक’ का प्रयोग कर, जिसमें एक लंबा केबल होता है, लैपटॉप को चोरी होने से बचाया जा सकता है.
आमतौर पर इसका केबल काफ़ी लंबा होता है और लॉक को किसी स्थाई अथवा अचल वस्तु के सहारे एक यूनिक पासवर्ड के साथ लॉक कर दिया जाता है. इसमें छोटे से छेद के द्वारा लॉक का केबल लैपटॉप के भीतर तक जाता है और अंदर के मेटल पैनल से जुड़ जाता है. यह अंदर तक मजबूती से जुड़ जाता है, जिससे लॉक को तोड़ना असंभव हो जाता है.
लॉक में एक T- आकार की एक घुंडी (knob) होती है, जो स्लॉट में जाने के बाद 90 डिग्री तक घूमती है. लॉक के साथ जो केबल जुड़ा होता है, वह किसी स्थिर अथवा स्थायी वस्तु से जुड़ी होती है, मसलन, कोई पाइप, डेस्क, खंभा या फिर कोई पिलर. इस लॉक को तभी खोला जा सकता है, जब आप उस नंबर या यूनिक पासवर्ड को डालेंगे, जिसे आपने लॉक करने के समय डाला था.
तो दोस्तों, अब आपको जो नई जानकारी मिली है, क्या आप नहीं चाहेंगे कि ये बात आपके दोस्तों को भी पता चले? तो फिर देर किस बात की जल्दी इस आर्टिकल को शेयर करें.
Source: Beingindian