भारत में क्रिकेट को धर्म माना जाता है. ऐसे में इस खेल को पूजने वालों की संख्या कम नहीं है. इसी कारण कई बार कुछ बेहतरीन खिलाड़ी अंतरराष्ट्रीय टीम में अपनी जगह नहीं बना पाते. हालांकि डोमेस्टिक सर्किट में वो बहुत बड़ा नाम होते हैं. अमोल मजूमदार इसका सबसे बड़ा उदाहरण हैं. लेकिन आज हम उन आने वाले खिलाड़ियों की बात करेंगे , जो रणजी में शानदार परफ़ॉर्म कर रहे हैं, लेकिन आईपीएल में कुछ ख़ास न कर पाने की वजह से उन्हें टेस्ट या वनडे टीम में भी जगह नहीं मिल पा रही.
1. के. एस. भरत
आंध्र प्रदेश का ये विकेट कीपर बल्लेबाज़, जिसकी तारीफ़ इसका गेम देखने वाले करते हैं. बांग्लादेश के खिलाफ़ पिंक बॉल टेस्ट में ये स्टैंड बाई विकेट कीपर थे. रणजी ट्राफ़ी के बीते सत्र में इनका रिकॉर्ड शानदार रहा. टूर्नामेंट में ये सबसे शानदार विकेट कीपर बल्लेबाज़ बन कर भी सामने आए. लेकिन रिऋभ पंत, संजू सैमसंग और ईशान किशन के होते हुए, इनका टीम में आना थोड़ा मुश्किल दिख रहा है.
2. सरफराज खान
मुंबई बैटिंग लाइनअप का ज़रूरी हिस्सा ये 22 साल के खिलाड़ी के पास प्रतिभा की कमी नहीं. बीते रणजी ट्राफ़ी में यूपी के ख़िलाफ़ खेलते हुए इन्होनें 301 की नाबाद पारी खेली थी. जिसके बाद इन पर कई बार लोगों की निगाहें तो गई, लेकिन सेलेक्टर्स की नहीं.
3. अब्दुल समाद
रणजी ट्राफ़ी में ताबड़तोड़ बैटिंग कर के इस खिलाड़ी ने हर किसी का ध्यान अपनी तरफ़ खींचा था. टूर्नामेंट में अब्दुल ने सबसे ज़्यादा 37 छक्के मारे और दूसरे पायदान पर छक्के मारे वाले खिलाड़ी के 30 छक्के भी नहीं थे. जम्मू कश्मीर के इस खिलाड़ी पर अभी तक किसी की निगाह नहीं गई है. हम चाहते हैं कि ऐसा टैलेंट ज़रूर सबके सामने आए. सेलेक्टर्स को इस खिलाड़ी के बारे में सोचना चाहिए.
4. ईशान पोरेल
बंगाल क्रिकेट टीम को फ़ाइनल तक का सफ़र तय करवाने में इस खिलाड़ी का योगदान शानदार रहा है. इनको भारत की A टीम में न्यूज़ीलैंड के ख़िलाफ़ रखा गया था. रणजी सत्र में इन्होंने क्वाटर और सेमी फ़ाइनल की दोनो पारियों में 4-4 विकेट लिए थे. लेकिन भारत में गेंदबाज़ी टीम पूरी तरह से पैक है, इस कारण कहीं ये टैलेंट खो न जाए.
5. अरजन नगवासवाला
22 साल के इस गुजराती गेंदबाज़ की गेंद आग उगलती हैं. पंजाब के ख़िलाफ़ मैच में 10 विकेट ले कर टीम को जीत दिलवाई थी. बाएं हाथ के इस तेज़ गेंदबाज़ के पास वक्त है भारत के लिए अपनी जगह बनाने का, लेकिन इसकी यही परफ़ॉर्मेंस आईपीएल में होती तो ये शायद टीम का हिस्सा होता.
6. सौरभ कुमार
यूपी रणजी टीम का हिस्सा इस खिलाड़ी ने कई सत्रों में अच्छा प्रदर्शन किया है. इंडियन एयर फ़ोर्स में जॉब कर चुके इस खिलाड़ी 2017-18 रणजी सत्र में 23 विकेट मात्र 4 मैचों में लिए थे. वहीं 2019-20 में हरियाणा के खिलाफ़ एक मैच में 14 विकेट ले कर ख़ुद की क़ाबिलियत साबित की. वहीं उसी साल टूर्नामेंट के 10 मैच में 51 विकेट के साथ एक सत्र में सबसे ज़्यादा विकेट लेने वाने यूपी के गेंदबाज़ भी बने.
इन खिलाड़ियों की क़िस्मत में भारतीय टीम की जर्सी है या नहीं कहना मुश्किल है, लेकिन इनका खेल देख कर लगता है कि इनको टीम में एक मौक़ा मिलना ज़रूर चाहिए