अंतरिक्ष या इस ब्रह्मांड से जुड़े सभी राज़ जानने के लिए दुनियाभर के लोग NASA – The National Aeronautics and Space Administration की तरफ़ ही देखते हैं. NASA को 29 जुलाई, 1958 में स्थापित किया गया था. इन 62 सालों में अंतरिक्ष विज्ञान के अंदर NASA ने इतनी तरक़्क़ी कर ली है कि इस रहस्मयी अंतरिक्ष को अब आम इंसानों के दिन आ गए हैं. ख़ैर, NASA ने ऐसी बहुत सी आधुनिक चीज़ें बनाई हैं जो आज अंतरिक्ष में घूम रही हैं मगर NASA ने ऐसी भी चीज़ें बनाई हैं जिनका हम अपनी ज़िंदगी में लगभग हर रोज़ इस्तेमाल करते हैं. आइए, देखते हैं क्या है वो चीज़ें:
1. खरोंच प्रतिरोधी लेंस
NASA ने अंतरिक्ष यात्री या Astronaut’s के लिए हेल्मेट्स और अन्य एयरोस्पेस उपकरण बनाए थे जिसमें उन्होंने खरोंच रहित प्लास्टिक का इस्तेमाल किया था. 1983 में इसका इस्तेमाल लेंस बनाने के लिए भी होने लगा.
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2. अर्टिफ़िशियल अंग
मूलरूप से इसका अविष्कार अंतरिक्ष वाहनों के लिए किया गया लेकिन समय के साथ इनकी आधुनिकता भी बढ़ती गई और देखते-देखते इन्हें मनुष्यों के लिए इस्तेमाल किया जाने लगा.
3. मैमोरी फ़ोम
इसका आविष्कार लैंडिंग और टेक- ऑफ़ के समय Astronaut’s को बेहतर सीट देने के उद्देश्य से हुआ था. अब इसका इस्तेमाल गद्दों, तकियों, मेलों में लगी झूलों की सीट, रेस कार सीट्स के लिए किया जाता है. ये फ़ोम ख़ास इसलिए है क्योंकि जब कोई इस पर बैठता है तो ये उसी की तरह आकार ले लेती है और हटते ही पहले जैसी हो जाती है. इसलिए भी इसको Memory Foam’ कहा जाता है.
4. वायरलेस हेडफ़ोन्स
जिन हैडफ़ोन के बिना आपका गुज़ारा नहीं चलता है, वो NASA की ही देन है. नासा ने वायरलेस हैडसेट विकसित किए जिससे अंतरिक्ष यात्रियों के हाथ मुक़्त रहें और वो दूसरा काम करते हुए भी बात कर सकें.
5. फ़ोन का कैमरा
1990 के दशक में NASA ने एक इतना छोटा सा कैमरा बनाया था जो एयरक्राफ़्ट पर लग सके बिना विमान की गुणवत्ता को ख़राब किए. आज वही टेक्नोलॉजी का इस्तेमाल हमारे फ़ोन के कैमरे में भी किया जाता है.
6. वॉटर प्यूरीफ़ायर
वॉटर प्यूरीफ़ायर तकनीक को नासा के अपोलो कार्यक्रम के दौरान विकसित किया गया था. अब तो ये घर-घर में पाया जाता है.
7. एथलेटिक जूते
इसका आविष्कार अंतरिक्ष यात्रियों के हेलमेट के रूप में शुरू किया गया था ताक़ि वो ज़्यादा से ज़्यादा झटका सोख सकें जो कि आज स्पोर्ट्स जूतों में उपयोग किया जाता है.
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8. बेबी फ़ॉर्मूला
लंबे स्पेस मिशंस के लिए NASA Algae यानि काई या शैवाल के साथ कई प्रयोग कर रही थी. जिसके कारण शैवाल आधारित वेजिटेबल ऑयल का निर्माण हुआ. आज ये अधिकतर हर बेबी फ़ॉर्मूला में होता है.
9. वर्कआउट मशीन
लंबे समय तक शून्य-गुरुत्वाकर्षण के संपर्क में रहने से हड्डियां और मांसपेशियों कमज़ोर हो जाती हैं. इसलिए अंतरिक्ष यात्रियों को अंतरिक्ष में रहते हुए शारीरिक फ़िटनेस बनाए रखने के लिए नासा ने इन मशीनों का आविष्कार किया.
10. अदृश्य ब्रेसिज़
अदृश्य ब्रेसिज़ बनाने में इस्तेमाल की जाने वाली टेक्नोलॉजी जो NASA ने विकसित की था उसका मूल उद्देश्य सैन्य से जुड़ा हुआ था. मगर जैसा की हम सब जानते हैं अब ते आप के कितना काम का है.
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Source: Yahoo, Interesting Engineering