X-Ray या X-radiation का आविष्कार दिसंबर 1895 में Wilhelm Conrad Rontgen द्वारा किया गया था. उन्होंने इसको X- Ray का नाम इसलिए दिया था क्योंकि क्योंकि रेडिएशन का स्वभाव की सटीक जानकारी नहीं थी. उन्होंने पाया की यह रेडिएशन अधिकतर वस्तुओं से गुज़रकर एक परछाईं जैसी बना लेती है. बाद में, उन्होंने ये भी देखा की ये इंसानी टिश्यू से तो गुज़र जाती है मगर हड्डी या धातु की वस्तुओं से नहीं. उनके शुरुआती प्रयोगों में से एक थी उनकी पत्नी के हाथ का X-Ray.
X-Ray के इस्तेमाल ने कई स्वास्थ्य संबंधी प्रयोगों और परेशानियों का हल निकाला है. एक नज़र डालते हैं सालों से किस तरह X-Ray किया जा रहा है.
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