सोनू सूद बड़े पर्दे का वो विलेन जो असल ज़िंदगी में सबका हीरो है. अगर देश में कोरोना वायरस दस्तक नहीं देता, तो शायद हम सोनू सूद की दरियादिली से अंजान रहते. कोविड-19 के दौरान उन्होंने जिस तरह दिन-रात लोगों की मदद कर उन्हें जीने का नया मौक़ा दिया उसकी तारीफ़ के लिये शब्द कम हैं. अब तो जब भी सोनू सूद का नाम सुनाई देता है, दिल से बस उनके लिये दुआएं निकलती हैं.
कोविड-19 के दौर में अगर उन्हें भगवान का दर्जा दिया जाये, तो ग़लत नहीं होगा. उन्होंने मसीहा बन कर ही सबकी मदद की है. आइये जानते हैं किन-किन मौक़ों पर उन्होंने साबित किया कि वो कलयुग में लोगों के मसीहा हैं.
1. कोविड-19 जब देश में संकट बन कर आया, तो सोनू सूद ने महाराष्ट्र के डॉक्टर्स और स्वास्थ्य कर्मचारियों को होटल और भोजन उपलब्ध कराने का फै़सला किया. स्वास्थ्य कर्मचारियों के लिये उन्होंने अपने जुहू वाले होटल के दरवाज़े खोल दिये.
2. रमज़ान के दौरान मुंबई में उन्होंने 25,000 से अधिक प्रवासियों को हर रोज़ भोजन उपलब्ध कराया.
3. BMC के साथ मिल कर उन्होंने विस्थापित लोगों की मदद के लिए अंधेरी, जोगेश्वरी, जुहू और बांद्रा में हर दिन 45,000 से अधिक प्रवासी मजदूरों को भोजन देना शुरू किया.
4. माहमारी के दौरान उन्होंने पंजाब के डॉक्टर्स के लिये 1,500 से अधिक पीपीई किट दान किए.
5. सोनू सूद ने लॉकडाउन के दौरान केरल में फंसे प्रशांत को स्पेशल फ़्लाइट के ज़रिए उनके घर उड़ीसा पहुंचाया था.
6. अभिनेता ने मई में केरल के एर्नाकुलम में फंसी 167 लड़कियों को एयरलिफ़्ट करवाकर ओडिशा पहुंचाया था. ये लड़कियां एक स्थानीय फ़ैक्ट्री में सिलाई और कढ़ाई का काम करती थीं, लेकिन कोविड-19 के कारण फ़ैक्ट्री बंद हो गई. और ऐसे में लड़कियां वहीं फंस गईं.
7. मज़दूरों को घर भेजने के बाद अब उन्हें नौकरी दिलाने के लिए ‘प्रवासी रोज़गार ऐप‘ लॉन्च किया.
8. सोनू सूद ने महाराष्ट्र पुलिस को 25 हज़ार फ़ेस शील्ड्स डोनेट की हैं.
9. सोनू सूद ने किर्गिस्तान में फंसे बिहार-झारखंड के क़रीब 3000 स्टूडेंट्स को भारत वापस लाने का फ़ैसला किया. ये सभी छात्र मेडिकल की पढ़ाई करने किर्गिस्तान गए हुए थे.
10. सोनू सूद ने दरियादिली दिखाते हुए 400 मज़दूरों के परिवारों की मदद करने का फ़ैसला किया है. सोनू अधिकारियों की मदद से ऐसे लोगों की लिस्ट निकलवाई, जिन्हें मदद की सख़्त ज़रूरत थी.
11. वेटरेन एक्टर अनुपम की बिगड़ती हालत देखते हुए उन्हें मुंबई के गोरेगांव स्थित अस्पताल के आईसीयू में भर्ती कराया गया. वो आर्थिक तंगी से भी गुज़र रहे थे. जैसे ही इस बात की जानकारी अभिनेता सोनू सूद को मिली वो उनकी मदद को आगे आये.
12. बैल की जगह बेटियों से खेत जोत रहा था ग़रीब किसान, सोनू सूद ने नया ट्रैक्टर भेजकर की मदद.
13. बच्चों की ऑनलाइन पढ़ाई के लिए इस किसान ने बेच दी थी अपनी गाय, सोनू सूद ने मदद के लिए बढ़ाए हाथ.
14. कोविड19 के दौर में जब शारदा नामक सॉफ़्टवेयर इंजीनियर ने अपनी जॉब गंवा दी, तो सोनू सूद ने उनके घर जॉब लेटर भिजवाया. नौकरी खोने के बाद वो सब्ज़ी बेच रही थी.
15. देश के कई हिस्सों में फ़्री मेडिकल कैम्प्स का आयोजन करने का निर्णय लिया. ताकि बिना पैसे दिये लोग अपना हेल्थ चेकअप करा लें.
16. दशरथ मांझी के परिवार को आर्थिक मदद पहुंचाई, लेकिन उन्होंने पैसे लेने से इंकार दिया. इसके बाद अभिनेता ने उन्हें राशन पहुंचाया.
17. लॉकडाउन में भारत में फंसी रशियन महिला को उसके घर पहुंचा कर की मदद.
18. पटना में एक मजदूर की मौत होने के बाद उसकी पत्नी बेघर हो गई थी. मकान मालिक ने मजदूर के परिवार को बाहर कर दिया. सोनू सून को जब इसकी जानकारी मिली, तो उन्होंने महिला को घर दिलाने का वादा किया.
19. मुंबई में हुई भारी बारिश भी सोनू सूद को लोगों की मदद करने से नहीं रोक पाई. वो बारिश में लोगों को घर भेजने के लिये स्टेशन पहुंच गये.
20. संजय दत्त की फ़िल्म ‘मुन्नाभाई’ में काका का रोल निभाने वाले एक्टर सुरेंद्र राजन के पास घर जाने के पैसे नहीं थे. सोनू सूद ने उन्हें घर भिजवाया था.
21. सीताराम नामक एक शख़्स की पत्नी का निधन हो गया था. वो अंतिम संस्कार के लिये घर नहीं जा पा रहा था. सोनू सूद ने उसकी भी मदद की.
22. कोविड-19 के दौर में मुकेश मेहरा नामक युवक की नौकरी चली गई. इस दौरान उसकी शादी भी टूटने के कगार पर थी. जब शख़्स ने अभिनेता से मदद मांगी, तो वो उसके लव गुरू बन गये.
23. सोनू सूद लोगों के हर ट्वीट का जवाब दे रहे थे.
बता दें कि सोनू सूद अपने जन्मदिन के मौक़े पर प्रवासी मज़दूरों के लिये 3 लाख जॉब का ऐलान किया है.
वो कहते हैं कि जहां भगवान ख़ुद नहीं पहुंच सकते, वहां वो इंसान को अपने रूप में भेजते हैं. सोनू सूद आम जनता के वही ख़ुदा हैं. दुनिया को ऐसे ही लोगों की ज़रूरत है.
जन्मदिन की शुभकामनाएं.
Entertainment के और आर्टिकल्स पढ़ने के लिये ScoopWhoop Hindi पर क्लिक करें.