चांदनी चौक, देभी की राजधानी दिल्ली की वो जगह, जो हर समय चमकती रहती है. फिर चाहे दिन हो या रात. इसलिये आप यहां कभी भी जायें आपको त्योहार सी चहल-पहल मिलेगी. ये वो जगह है जहां आपको छोटे से छोटा और बड़े से बड़ा इंसान घूमता फिरता मिल जायेगा. वो तंग गलियां. मक्खन मार के पराठे. चारों तरफ़ से आता शोर… आह.. आह.. जाकर एकदम देसी फ़ीलिंग आ जाती है.
सच बतायें तो जानने वाले कहते हैं कि चांदनी चौक की ख़ूबसूरती और ख़ुशबू आज की नहीं है, बल्कि दिल्ली का ये इलाक़ा सदियों से ऐसा ही है. अब हम सब तो ठहरे मॉर्डन ज़माने के लोग. भला अतीत में जाकर चांदनी चौक की ख़ूबसूती देखें भी तो कैसे. इसलिये इतिहास से कुछ तस्वीरें निकाल डालीं. अतीत में नहीं जा सकते हैं, तो क्या तस्वीरें देख कर बीते कल में होने की फ़ील तो ले ही सकते हैं.
तो चलिये ऐतिहासिक तस्वीरों के ज़रिये हमारे साथ भी करिये चांदनी चौक की सैर:
1. तस्वीर 1850s की है.

2. ये रौनक

3. दूर से देखने पर शांति सी दिख रही है

4. चांदनी चौक का अतीत

5. बीते कल में ऐसा भी होता था

6. ये दृश्य 1858 का है

7. वो दौर भी क्या दौर था!

8. सफ़रनामा!

9. वो भी क्या ज़िंदगी थी

10. बार-बार चांदनी चौक जाने इसे देखें

11. तस्वीर में हमारे प्रेसिडेंस राजेंद्र प्रसाद को पहचान पा रहे हो

12. काफ़िला

13. मुंह में पानी आ गया

14. इसे बोनस समझो

15. बस यहीं सेवा समाप्त हुई

घर बैठे चांदनी चौक की सैर कैसी लगी. कमेंट में बताइयेगा और जल्द ही आपके सामने कुछ नई तस्वीरें लेकर हाज़िर होंगे.