IPL Toss Coin Price: क्रिकेट का कोई भी फ़ॉर्मेट हो टेस्ट, वनडे या फ़िर T20 टॉस (Toss) सबसे अहम माना जाता है. सिक्का उछाल कर किसी मुक़ाबले का आग़ाज़ करना ही टॉस कहलाता है. इसके बिना मैच का शुभारंभ हो ही नहीं सकता है क्योंकि टॉस ही से फ़ैसला किया जाता है कि कौन सी टीम पहले बल्लेबाज़ी या गेंदबाज़ी करेगी. क्रिकेट में कई बार तो टॉस जीतने से ही गेम का रुख पलट जाता है. इसीलिए क्रिकेट में टॉस की अपनी एक ख़ास जगह है. करने के लिए सिक्के की ज़रूरत पड़ती है. आज टॉस में इस्तेमाल होने वाले सिक्के की ही चर्चा करने जा रहे हैं.
ये भी पढ़िए: ई गेंद गईल मैदान के पार… जानिए कौन हैं IPL में भोजपुरी कमेंट्री से गर्दा उड़ाने वाले शिवम सिंह
क्रिकेट में टॉस के लिए इस्तेमाल होने वाला सिक्का किसी भी प्रकार का हो सकता है, लेकिन जब भी दो देशों के बीच कोई सीरीज़ खेली जाती है तो उस दौरान ज़्यादातर घरेलू टीम की मुद्रा को ही Toss Coin के रूप में इस्तेमाल किया जाता है. टॉस कॉइन (Toss Coin) में दो अलग-अलग पक्ष होते हैं एक पक्ष को हेड और दूसरे को टेल्स के रूप में जाना जाता है. ये अधिकतर Nickel या Alloyed मेटल के बने होते हैं. लेकिन आज हम बात IPL के Toss Coin की करने जा रहे हैं. आख़िर ये किस चीज़ का बना होता है और इसकी क़ीमत कितनी होती है.
IPL का Toss Coin क्यों ख़ास है
अगर इंडियन प्रीमियर लीग (IPL) की बात करें तो यहां टॉस के लिए इस्तेमाल होने वाले सिक्के गोल्ड के बने होते हैं. ये आम सिक्कों की तरह नहीं होता है इसे स्पेशियली डिज़ाइन किया जाता है. इस का वजन कितना होगा ये आईपीएल के सीज़न पर डिपेंड करता है. मतलब ये कि अगर 2023 में IPL का 16वां सीज़न खेला जा रहा है तो सिक्के के वजन 16 ग्राम होगा. हर सीज़न ये बढ़ता जाता है. गोल्ड की क़ीमत के अलग 1 सिक्के को डिज़ाइन कराने में 3000 से 4000 रुपये की लागत आती है.
इंडियन प्रीमियर लीग (IPL) के लिए Toss Coin बनाने का अधिकार BCCI के पास होता है. इस दौरान क़रीब 20 से 25 सिक्के बनाए जाते हैं. हर वेन्यू के लिए 2 कॉइन दिए जाते हैं. बाकी बैकअप कॉइन के तौर पर रखे जाते हैं. इन सिक्कों के एक साइड ‘H’ यानी हेड्स और दूसरी साइड ‘T’ यानी टेल्स लिखा होता है. हेड्स वाली साइड IPL स्पॉन्सर का नाम लिखा होता हैं जबकि टेल्स वाली साइड साल लिखा होता है. IPL में 1 कॉइन से कई मैचों में टॉस कराया जाता है.
IPL ख़त्म होने का बाद सिक्कों का क्या होता
इंडियन प्रीमियर लीग (IPL) का सीज़न ख़त्म होने के बाद सभी सिक्के BCCI के पास जमा कर दिए जाते हैं. बीसीसीआई समय समय पर इन सिक्कों को नीलामी में बेच देती है. नीलामी में ये सिक्के लाखों में बिकते हैं. BCCI ने साल 2014 से पहले के सभी सिक्के नीलाम कर दिए थे. ये सिक्के लाखों में बिके थे.
ये भी पढ़िए: जिया हो बिहार के लाला! जानिए कौन है IPL में अपनी ‘भोजपुरी कमेंट्री’ से गर्दा उड़ाने वाला रॉबिन सिंह