Pathar Ka Gosht: दक्षिण भारत का मशहूर शहर है हैदराबाद. यहां की बिरयानी, मोती और निज़ामों की कहानी वर्ल्ड फ़ेमस हैं. ये शहर एक और चीज़ के लिए पॉपुलर है वो है पत्थर के कबाब या पत्थर का गोश्त. इस डिश की खोज की कहानी भी बड़ी ही मज़ेदार है.
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शिकार से जुड़ा है क़िस्सा
![Patthar ka gosht](https://wp.hindi.scoopwhoop.com/wp-content/uploads/2023/01/Screen.png?w=1024)
पत्थर के गोश्त की खोज 19वीं सदी के उत्तरार्ध में हुई थी जब हैदराबाद में निज़ाम आसफ जाही VI का शासन था. उनके दो ही शौक़ थे लज़ीज खाना और शिकार. उनके महल में लज़ीज़ खाना पकता था, जिसमें दुनियाभर से लाई गई महंगी सामग्री इस्तेमाल की जाती थी. यही नहीं जब वो शिकार पर जाया करते थे तब भी उनके साथ शाही खानसामे भोजन बनाने के लिए जाया करते.
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इस तरह हुई खोज
![Nizam Asaf Jahi VI](https://wp.hindi.scoopwhoop.com/wp-content/uploads/2023/01/EwVytkHUUAcjF7s.jpg?w=1024)
पत्थर के गोश्त की खोज का क़िस्सा भी शिकार से ही जुड़ा है. दरअसल हुआ यूं, एक नज़ाम आसफ जाही VI शिकार के लिए गए. शिकार करने के बाद जब उन्हें भूख लगी तो उन्होंने कबाब की डिमांड की. अब जल्दबाजी में खानसामे कबाब बनाने का सामान ले जाना भूल गए थे. अब उनके सामने समस्या आन खड़ी हुई और वो सोचने लगे कि अब क्या किया जाए.
निज़ाम को भाया पत्थर के कबाब का स्वाद
![Pathar ka gosht hyderabad history](https://wp.hindi.scoopwhoop.com/wp-content/uploads/2023/01/Pathar-ka-ghosht-1577363757411_16f4234d966_original-ratio.jpg?w=800)
तब एक शेफ़ ने तुरंत आस-पास से ग्रेनाइट के पत्थर इकट्ठे किए और उन्हें कोयले की आंच पर रख दिया गर्म होने. इसी बीच कबाब के लिए गोश्त को भी तैयार कर लिया गया. इसे ग्रेनाइट के पत्थर पर ही पकाया गया. डिश बनने के बाद इसे निज़ाम साहब के सामने पेश किया गया. उन्हें इसका स्वाद पसंद भी आया, लेकिन उन्हें कुछ अलग भी महसूस हुआ. तब खानसामें को बुलवाकर पूछा गया कि आज स्वाद अलग कैसे था.
शाही भोजन में हुई शामिल
![pathar ke kebab](https://wp.hindi.scoopwhoop.com/wp-content/uploads/2023/01/14795308773_19533a6b3a_b.jpg?w=1024)
शाही खानसामे ने बिना डरे सारी कहानी बता दी. निज़ाम साहब ने भी उन्हें सज़ा न देकर अपने शाही भोजन में इसी तरह कबाब बनाने का ऑर्डर दे दिया. तब से उनके शाही भोज में पत्थर के कबाब यानी पत्थर का गोश्त भी शामिल हो गया.
वहां से निकल ये आम जनता के बीच पहुंचा, लोगों को भी इसका स्वाद बहुत पसंद आया. इस तरह हैदराबाद कि इस अनोखी डिश का आविष्कार हुआ और धीरे-धीरे ये हैदराबाद की पहचान बन गई.
Pathar Ka Gosht
![pathar ke kebab](https://wp.hindi.scoopwhoop.com/wp-content/uploads/2023/01/maxresdefault-6.jpg?w=1024)
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