मुश्किल की इस घड़ी में हम ही हैं, जो एक-दूसरे को बचा सकते हैं, एक-दूसरे की मदद कर सकते हैं. भले ही हम सबकी मदद नहीं कर सकते, लेकिन हर कोई किसी एक की मदद कर सकता है. और लोग मदद के लिए आगे भी आ रहे हैं. हाल ही में एक प्रेस रिपोर्टर ने प्रवासी म़ज़दूर को नंगे पैर देख अपने जूते दे दिए तो, वहीं पुणे के ऑटो रिक्शा ड्राइवर अपनी शादी के लिए इकट्ठा किए पैसों से ग़रीबों को खाना खिला रहे हैं.

अब कोलकाता में भी लोग मदद के लिए आगे आए हैं. Times Now की रिपोर्ट के अनुसार,
कोलकाता के जादवपुर के लोगों ने एक फ़्री सब्ज़ी मार्केट खोला है. यहां के रहने वाले स्वयंसेवकों (Volunteers) ने इस मार्केट को खोला है. बस करना ये होगा कि आने वाले लोगों को एक कूपन लेना होगा और वो अपनी मनचाही सब्ज़ी फ़्री में ले सकते हैं.
CPIM Jadavpur Area Committee has arranged for a vegetable market in the Regent estate area where you don’t have to pay anything to get the vegetables. This is a small initiative to stand beside the people during this pandemic.#WestBengal #COVID19 pic.twitter.com/xcwHU70c9n
— 𝚂𝚊𝚗𝚌𝚑𝚒𝚝𝚊 (@sanchita_kundu_) May 18, 2020
स्वयंसेवकों को इस मार्केट को खोले तीन दिन बीत चुके हैं. ये बाज़ार उन लोगों के लिए है जो मदद मांगने में संकोच करते हैं. इसमें समाज का मध्यम वर्ग है, जो अपनी समस्याओं के बारे में बताने में संकोच करता है.
मार्केट के ऑर्गेनाइज़र सुदीप सेनगुप्ता ने बताया,
ऐसे कई लोग हैं, जिनमें एक फ़्रीलांसर, एक रिटायर्ड कपल, एक छोटी दुकान के मालिक, एक मैकेनिक, एक सेल्समैन जिसके पास कोई नौकरी नहीं है ये लोग अपनी समस्या बताने में झिझकते हैं, इसलिए ये मार्केट उनके लिए खोला गया है. ये मार्केट हमने इस मुश्किल घड़ी में ज़रूरतमंदों मदद करने के लिए खोला है. ये हमारी तरफ़ से एक छोटा सा योगदान है.

दूसरे ऑर्गेनाइज़र ने बताया,
एक विधवा महिला जो पहले मार्केट में आने से संकोच कर रही थी, लेकिन जब आई तो कई सारी सब्ज़िया लेकर गई. उसने ख़ुद बताया कि उसके पास दो हफ़्ते से सब्ज़ियां और दूसरे ज़रूरी सामान खरीदने के पैसे नहीं थे.

ये पहल बदुरिया गांव के किसानों के लिए भी लाभदायक है क्योंकि लॉकडाउन के कारण उनकी सब्ज़ियां बिक नहीं पा रही हैं. हमारी इस योजना को पश्चिम बंगाल के विभिन्न हिस्सों में भी अपनाया जा रहा है.
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