‘प्रिंस ऑफ़ कोलकाता’, ‘गॉड ऑफ़ ऑफ़साइड’, ‘बंगाल टाइगर’ और ‘दादा’ के नाम से मशहूर पूर्व भारतीय कप्तान सौरव गांगुली (Sourav Ganguly) को वर्ल्ड क्रिकेट इन्हीं नामों से जानती है. भारत के सबसे सफ़ल कप्तानों में से एक सौरव गांगुली मैदान पर अपने अग्रेसिव अंदाज़ के लिए जाने जाते थे. दादा ही वो कप्तान थे जिन्होंने बेख़ौफ़ व निडर होकर और विपक्षी खिलाड़ियों की आंखों में आंखें डालकर ‘टीम इंडिया’ को विदेशी धरती पर जीतना सिखाया था. सौरव गांगुली ने अपने 16 साल की क्रिकेट करियर में कई बड़े रिकॉर्ड अपने नाम किये. यही कारण है कि पिछले 31 सालों से वर्ल्ड क्रिकेट में दादा की दादागिरी यूं ही जारी है.
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असल ज़िंदगी में कौन हैं सौरव गांगुली?
सौरव गांगुली का जन्म 8 जुलाई 1972 को कोलकाता में हुआ था. वो शहर के एक नामी गिरामी फ़ैमिली से ताल्लुक रखते हैं. उनके पिता चंडीदास गांगुली कोलकाता के सबसे अमीर बिज़नेसमैन और बंगाल क्रिकेट एसोसिएशन (CAB) के अध्यक्ष हुआ करते थे. सौरव गांगुली के बड़े भाई स्नेहाशीष गांगुली भी क्रिकेटर हुआ करते थे. बचपन से ही घर में क्रिकेट का माहौल देखने के बाद दादा ने भी क्रिकेटर बनने का फ़ैसला किया. वो आज भी दुनिया के सबसे अमीर क्रिकेटरों में शुमार होते हैं.
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सौरव गांगुली ने बचपन से ही ‘प्रिंस’ की ज़िंदगी जी है. अमीर घर से ताल्लुक रखने और घर में सबसे छोटे होने की वजह से उन्होंने हमेशा अपनी मनमानी की है. क्रिकेट हो या जीवन के अहम फ़ैसले, दादा को जो अच्छा लगा उन्होंने वही किया. वो आज भी अपने हिसाब से अपनी ज़िंदगी जीने में विश्वास रखते हैं. चलिए आज आपको सौरव गांगुली की दिलचस्प लवस्टोरी के बारे में भी बता देते हैं.
दिलचस्प है दादा की लवस्टोरी
सौरव गांगुली अपने खेल के साथ-साथ अपनी निजी ज़िंदगी को लेकर भी चर्चा में रहे हैं. सौरव गांगुली ने बचपन की दोस्त और पड़ोसन डोना रॉय से शादी की है. दरअसल, सौरव और डोना के परिवारों के बीच काफ़ी अच्छे संबंध थे और ये बिज़नेस पार्टनर भी थे, लेकिन बाद में किसी बात को लेकर दोनों परिवारों की बीच अनबन हो गई और रिश्ते ख़राब हो गये. लेकिन ‘गांगुली-रॉय’ परिवार की दुश्मनी के बीच बचपन के दोस्त सौरव और डोना का प्यार परवान चढ़ने लगा.
Sourav Ganguly Love Story
सौरव गांगुली और डोना रॉय ने अपने परिवारों के झगड़ों के बावजूद एक दूसरे मिलना नहीं छोड़ा. ये दोनों एक दूसरे से छुप-छुप कर मिला करते थे. दरअसल, डोना रॉय को डांस बेहद पसंद था, लेकिन सौरव के परिवार डोना को बतौर डांसर पसंद नहीं करते थे. बावजूद इसके सौरव सिर्फ़ डोना से ही शादी करना चाहते थे. जब दोनों के परिवार शादी के लिए राजी नहीं हुए थे तो सौरव और डोना ने भागकर शादी करने का फ़ैसला किया. लेकिन इसी बीच सौरव गांगुली को भारतीय टीम से बुलावा आ गया.
कैसे पलटी किस्मत?
बात साल 1996 की है. सौरव गांगुली 4 साल पहले 1992 में भारतीय टीम में डेब्यू कर चुके थे. लेकिन ख़राब फ़ॉर्म के कारण उन्हें टीम से ड्राप कर दिया गया. इसके बाद घरेलु क्रिकेट में ढेर सारे रन बनाये और साल 1996 में सौरव गांगुली को इंग्लैंड दौरे के लिए भारतीय टेस्ट टीम में चुन लिया गया. इस दौरान उन्होंने मौके का फ़ायदा उठाते हुए टेस्ट मैच की दोनों पारियों में शतक जड़कर तहलका मचा दिया और वो रातोंरात मशहूर हो गये.
इंग्लैंड सीरीज़ के बाद सौरव गांगुली स्टार बन चुके थे. भारत लौटने के बाद उन्होंने अपने और डोना के रिश्ते को लेकर बंगाल के क्रिकेटर और दोस्त मौली बनर्जी से बातें शेयर की. इसके बाद दोस्त मौली की मदद से सौरव और डोना शादी के लिए कोर्ट तो पहुंचे. लेकिन मीडिया के कारण घर वापस लौट गए. बाद में मौली ने मैरिज़ रजिस्ट्रार को अपने घर पर बुलायाऔर अगस्त 1996 को दोनों की शादी कारवाई.
सौरव गांगुली ने जब शादी की तब वो महज 23 साल के थे, जबकि डोना रॉय की उम्र 20 साल थी. कुछ दिन बाद जब इनकी शादी का राज़ परिवार के सामने खुला तो सभी नाराज़ थे, लेकिन सौरव की ज़िद के आगे उनका परिवार झुक गया और उन्होंने डोना को बहु के रूप में स्वीकार कर लिया. इसके बाद 21 फ़रवरी 1997 को दोनों परिवार की मौजूदगी में सौरव गांगुली और डोना रॉय ने पूरी दुनिया के सामने 7 फेरे लिये.
आज सौरव गांगुली और डोना गांगुली की एक बेटी है, जिसका नाम सना गांगुली है. 21 साल की सना अपनी मां की तरह ओडिशी डांसर हैं.
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